मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था (OTDE) बनाने के संकल्प को लेकर गंभीरता से प्रयास करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि 2021-22 के 16.45 लाख करोड़ रुपये की जीडीपी की तुलना में 2023-24 में राज्य की जीडीपी 25.48 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गई है। इस साल राज्य का GSDP लक्ष्य 32 लाख करोड़ रुपये रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने OTDE के लिए नीति और नियोजन को सही बताया, लेकिन बड़े लक्ष्यों को हासिल करने के लिए तेजी से काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने हर विभाग की क्षमता निर्माण और बड़े सुधारों की आवश्यकता पर बल दिया और OTDE लक्ष्य की प्राप्ति के लिए सभी विभागों को एक भूमिका निभाने को कहा।
मुख्यमंत्री ने निवेश और भूमि अधिग्रहण में अनावश्यक देरी के लिए जिलाधिकारियों की जवाबदेही तय करने की बात कही। 7 वर्षों में राज्य की GDP और प्रति व्यक्ति आय दोगुनी से अधिक हो चुकी है। 2023-24 में राज्य का सकल मूल्य वर्धन (GSVA) 23.24 लाख करोड़ रुपये रहा और 25% की विकास दर का लक्ष्य रखा गया है।
मुख्यमंत्री ने कृषि सेक्टर में सीड इकोसिस्टम को बेहतर करने, फसल विविधीकरण, सप्लाई चेन मैनेजमेंट को सुधारने और हार्टिकल्चर में ‘ब्लॉक-वन क्रॉप’ जैसे कार्यक्रमों को प्रोत्साहित करने की बात कही।
पर्यटन के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश देश की पहली पसंद बना हुआ है, जहां 2023 में अब तक 62 करोड़ से अधिक पर्यटक आए। उन्होंने बौद्ध सर्किट और नैमिषारण्य जैसे केंद्रों की बेहतर ब्रांडिंग की आवश्यकता पर जोर दिया।
मुख्यमंत्री ने निजी क्षेत्र की भागीदारी को महत्वपूर्ण बताया और निवेशकों के साथ संवाद बनाए रखने का निर्देश दिया। साथ ही, औद्योगिक परियोजनाओं के लिए लैंडबैंक बढ़ाने, AI और ड्रोन नीति लागू करने, और लखनऊ में AI सिटी के लिए काम शुरू करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा, ग्राम और नगर पंचायतों को आत्मनिर्भर बनाने, हॉस्पिटल, हाउसिंग, और होटल सेक्टर में निजी क्षेत्र के बड़े प्रस्तावों को प्रोत्साहित करने, और IT/ITeS टेस्टिंग सेंटर स्थापित करने की बात कही गई।