-एक पिस्टल, पांच तमंचे अौर 11 अधबने तमंचे मौके से बरामद
-पुलिस का दावा, चुनाव में गड़बड़ी करने को बना रहे थे हथियार
-अलीगढ, हाथरस, एटा अौर बदायूं को करते थे अवैध शस्त्र सप्लाई
अलीगढ़-कासगंज । चुनाव से पुलिस ने अवैध शस्त्र फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर दिया । पुलिस ने शस्त्र फैक्ट्री चलाते 25 हजार के इनामी समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया। मौके से एक देशी पिस्टल, पांच तमंचे अौर 11 अधबने तमंचों को बरामद किया है। पुलिस का कहना हैं कि अभियुक्त तमंचों को अलीगढ़, एटा, हाथरस, बदायूं आदि जिलों को सप्लाई किया करते थे। इन अवैध तमंचों से चुनाव के दौरान गड़बड़ी फैलाने की साजिश रची जा रही थी।
एडीशनल एसपी राजेश भारती ने रविवार को पुलिस लाइंस में पत्रकार वातार् में बताया कि एसअोजी को सविर्लांस द्वारा पता चला कि जिले में हथियार बनाने की फैक्ट्री चल रही है। सीअो कासगंज अजीत सिंह चौहान के नेतृत्व में पुलिस ने शनिवार की रात को गांव ततारपुर के पुराने भट्टे के पास खंडहर में चल रही फैक्ट्री पर छापा मारा। वहां से चंदन ठाकुर पुत्र राधेश्याम निवासी पालनगर गंगेश्वर कालोनी, प्रिंस ठाकुर पुत्र हरेन्द्र सोलंकी निवासी गेंदपुरा थाना अमांपुर अौर हाशिम पुत्र मकसूर निवासी कमालपुर अमांपुर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मौके से एक 32 बोर की पिस्टल के साथ ही पांच तमंचे बरामद किए। वहीं 11 तमंचे अधबने अौर तमंचे बनाने उपकरण भी कब्जे में लिए गए।
एडीशनल एसपी ने बताया कि हाशिम छह साल पहले एटा में एक लाइसेंसी गन विक्रेता की दुकान पर शस्त्र रिपेयरिंग का काम करता था। वहां से उसने नौकरी छोड़ दी। उसके बाद वह अवैध हथियारों के धंधे में लग गया। पहले उसने इधर-उधर अवैध शस्त्र बनाए। बाद में ततारपुर के पास खंडहर में अवैध फैक्ट्री खोल ली। हाशिम शस्त्र बनाता था,जबकि चंदन ठाकुर अौर प्रिंस ठाकुर उसकी सप्लाई जिले की सीमाअों से सटे जिलों में करते थे।
0-पिस्टल का 30 हजार में किया था सौदा
पुलिस ने बताया कि चंदन ठाकुर ने पिस्टल का सौदा अलीगढ़ के एक व्यक्ति से 30 हजार में किया था। लेकिन समय रहते पुलिस ने दबिश देकर गिरफ्तार कर लिया। इसलिए वह उसे बेच नहीं पाया।
0-फायिरंग में फरार था चंदन ठाकुर
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त चंदन ठाकुर पर 25 हजार का इनाम घोषित है। उस पर शहर के अशोक नगर में इसी साल दो फरवरी को किनौनी निवासी अनिल कुमार पर हत्या के इरादे से फायरिंग करने का मुकदमा कायम हैं। यह हमला उसने जमीनी विवाद में किया था। इसके अलावा चंदन जान लेवा हमले अौर लूट के प्रयास से नौ मुकदमे दजर् हैं। वहीं प्रिंस ठाकुर पर पांच मुकदमे, जबकि हाशिम पर चार मुकदमे दजर् हैं।