हिन्दुस्तान मिरर:
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जिलाध्यक्ष पद के लिए नियमों में बदलाव करते हुए यह तय किया है कि लगातार दो बार जिलाध्यक्ष रहने वालों को तीसरी बार मौका नहीं मिलेगा। प्रदेश के 29 जिलों में ऐसे जिलाध्यक्ष हैं, जिन्हें अब बदलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इन नए जिलाध्यक्षों के कार्यकाल में पंचायत चुनाव-2026 और विधानसभा चुनाव-2027 जैसे महत्वपूर्ण चुनावों की जिम्मेदारी होगी।
नए जिलाध्यक्ष बनने के लिए होड़: लखनऊ से दिल्ली तक दौड़
नए जिलाध्यक्ष बनने की प्रक्रिया शुरू होने के बाद दावेदारों में जबरदस्त प्रतिस्पर्धा देखी जा रही है। सांसद और विधायक भी अपने पसंदीदा कार्यकर्ताओं को जिलाध्यक्ष बनवाने के लिए सक्रिय हो गए हैं। दावेदार लखनऊ से दिल्ली तक लगातार दौड़-भाग कर रहे हैं।
महत्वपूर्ण जिलों में शीर्ष नेतृत्व की पसंद से होंगे जिलाध्यक्ष
सूत्रों के मुताबिक, वाराणसी में जिलाध्यक्ष पीएम नरेंद्र मोदी, गोरखपुर में सीएम योगी आदित्यनाथ, लखनऊ में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, अमेठी में पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, और चंदौली में महेंद्रनाथ पांडेय की पसंद से चुने जाएंगे।
ब्रज के इन जिलों में तैनात होंगे नए ज़िलाध्यक्ष
•ब्रज में आगरा महानगर में भानु महाजन, आगरा जिला में गिरिराज कुशवाहा, फिरोजाबाद महानगर में राकेश शंखवार, एटा में संदीप जैन, कासगंज में केपी सिंह, बरेली जिला में पवन शर्मा, बदायूं में राजीव गुप्ता और पीलीभीत में संजीव प्रताप सिंह की जगह नया अध्यक्ष की नियुक्ति होगी।
कमजोर जिलों में होगा गहन मंथन
विधानसभा चुनाव 2022 में आजमगढ़, शामली, कौशांबी, और अंबेडकर नगर जैसे जिलों में भाजपा का प्रदर्शन खराब रहा था। इन जिलों में जिलाध्यक्ष चयन को लेकर पार्टी विशेष रणनीति बना रही है।
आयु सीमा और नियमों में अपवाद संभव
भाजपा ने जिलाध्यक्ष पद के लिए आयु सीमा 45-60 साल तय की है। साथ ही लगातार दो बार जिलाध्यक्ष रहने वालों को तीसरी बार मौका नहीं देने का निर्णय लिया गया है। हालांकि, कुछ प्रभावशाली नेताओं के करीबी जिलाध्यक्षों को इन नियमों से छूट दी जा सकती है।
जिलाध्यक्ष चयन प्रक्रिया: 15 जनवरी तक होगी घोषणा
98 संगठनात्मक जिलों में पर्यवेक्षकों ने जिलाध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 60 से अधिक जिलों में नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है, जबकि बाकी जिलों में 10 जनवरी तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। 15 जनवरी तक नए जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा हो जाएगी।
जातीय संतुलन पर विशेष ध्यान
जिलाध्यक्ष चयन में अगड़ी जातियों जैसे ब्राह्मण, ठाकुर, वैश्य, कायस्थ, और भूमिहार के साथ-साथ पिछड़ी जाति जाट ,पाल , बघेल , मौर्य , कुर्मी , सैनी ,शाक्य , कुशवाहा, साहू, नाई, गुर्जर , लोधी, और दलित जातियों का भी प्रतिनिधित्व सुनिश्चित किया जाएगा।
यूपी को मिलेगा नया प्रदेश अध्यक्ष
यूपी भाजपा में इस महीने नया प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा। रायशुमारी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। नए प्रदेश अध्यक्ष को जिलाध्यक्ष नियुक्त करने का मौका नहीं मिलेगा, क्योंकि यह प्रक्रिया पहले ही पूरी हो जाएगी।
हालाँकि अलीगढ़ में अभी तक मंडल अध्यक्षों की घोषणा न होने की वजह से ज़िलाध्यक्ष के चुनाव होल्ड पर चला गया है । देखना होगा कि कब तक संगठन की चुनाव प्रक्रिया शुरू होती है।
भाजपा में जिलाध्यक्ष चयन की प्रक्रिया न केवल संगठनात्मक मजबूती का प्रतीक है, बल्कि आगामी चुनावों के लिए रणनीतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। इस बार के बदलाव पार्टी के आंतरिक ढांचे को नया स्वरूप देंगे।
रिपोर्ट : हिन्दुस्तान मिरर
बहुत सुंदर
आपके इस हिंदुस्तान mirror के माध्यम से पूरे प्रदेश भर की सारी नई अपडेट मिलती रहती है
यह पढ़ कर अच्छा लगता है।
आपका बहुत बहुत धन्यवाद
Thanks