हिन्दुस्तान मिरर | 23 जनवरी 2025
डोनाल्ड ट्रम्प के फैसले से बढ़ी चिंता
अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के एग्जीक्यूटिव ऑर्डर के बाद गर्भवती महिलाओं में बच्चे को समय से पहले जन्म देने की होड़ मच गई है। इस आदेश के तहत अमेरिका में जन्म लेने वाले बच्चों को नागरिकता देने का अधिकार समाप्त किया जा रहा है। ट्रम्प ने इसे लागू करने के लिए 30 दिनों का समय दिया है, जिसकी समय सीमा 19 फरवरी को समाप्त हो रही है।
समय से पहले डिलीवरी कराने की कोशिशें
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय मूल की स्त्री रोग विशेषज्ञों ने बताया कि हाल के दिनों में उन्हें समय से पहले डिलीवरी के लिए कई अनुरोध मिल रहे हैं। न्यू जर्सी की डॉ. एस.डी. रामा के अनुसार, उनके पास आठवें और नौवें महीने की गर्भवती महिलाएं डिलीवरी की तारीख जल्द से जल्द तय करने के लिए आ रही हैं। उन्होंने बताया कि एक महिला ने तो अपने सातवें महीने में ही सर्जरी कराने की मांग की।
समय से पहले जन्म से संभावित खतरे
टेक्सास की डॉ. एस.जी. मुक्काला ने समय से पहले डिलीवरी के गंभीर परिणामों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों में फेफड़ों का अविकसित होना, तंत्रिका तंत्र की समस्याएं, और कम वजन जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। समय से पहले जन्म मां और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
जन्मजात नागरिकता का इतिहास और विवाद
गृहयुद्ध के बाद, 1868 में अमेरिकी संविधान के 14वें संशोधन के तहत अमेरिका में जन्म लेने वाले सभी लोगों को नागरिकता का अधिकार दिया गया। इसका उद्देश्य अश्वेत गुलामों को समान अधिकार देना था। लेकिन इस संशोधन की व्याख्या ने इसे सभी प्रवासी बच्चों पर लागू कर दिया। इसे लेकर बर्थ टूरिज्म की अवधारणा भी सामने आई, जहां विदेशी लोग अमेरिका में आकर बच्चों को जन्म देकर नागरिकता प्राप्त करते हैं।
भारतीय प्रवासियों पर असर
प्यू रिसर्च सेंटर के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में जन्म लेने के कारण 16 लाख भारतीय बच्चों को नागरिकता मिली है। ट्रम्प के फैसले से ऐसे परिवारों पर बड़ा असर पड़ सकता है, जो बच्चों के माध्यम से अमेरिका में कानूनी तौर पर बसने की योजना बना रहे थे।
नागरिकता विवाद का बढ़ता असर
यह विवाद ट्रम्प प्रशासन की सख्त आव्रजन नीतियों का हिस्सा है, जो अवैध प्रवासियों पर नकेल कसने के लिए बनाई गई हैं। हालांकि, आलोचक इसे मानवीय आधार पर अनुचित मानते हैं और इसे प्रवासी परिवारों के भविष्य को खतरे में डालने वाला कदम बताते हैं।
क्या यह फैसला बदलेगा ट्रेंड?
बर्थ टूरिज्म के लंबे इतिहास को देखते हुए ट्रम्प का यह फैसला अमेरिका में नई नीतियों का संकेत देता है। अब देखना यह होगा कि इस फैसले का सामाजिक और राजनीतिक असर क्या होगा और यह कैसे लागू किया जाएगा।