स्वच्छता, जल प्रबंधन और सतत विकास का आदर्श बना भरतपुर
अलीगढ़, 03 फरवरी 2025
जनपद अलीगढ़ के विकासखंड टप्पल स्थित ग्राम भरतपुर ने अपने उत्कृष्ट कार्यों और सतत विकास के प्रयासों के चलते ’’स्वच्छ सुजल गाँव’’ (स्वच्छ जल गाँव) का प्रतिष्ठित दर्जा प्राप्त किया है। यह गाँव ’’हर घर जल मिशन’’ के तहत शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ-साथ, अपशिष्ट जल प्रबंधन के प्रभावी उपायों को अपनाकर एक मिसाल कायम कर रहा है।
ग्राम प्रधान श्रीमती नीलम देवी के नेतृत्व में ग्राम पंचायत ने स्वच्छता और जल संरक्षण के क्षेत्र में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। यह गाँव पहले भी भारत की माननीय राष्ट्रपति द्वारा ’’स्वच्छ सुजल सम्मान’’ से सम्मानित हो चुका है और दो बार मुख्यमंत्री पंचायत पुरस्कार प्राप्त कर चुका है।
ग्राम पंचायत की विशेषताएं इस प्रकार हैं—
1. बाल हितैषी ग्राम पंचायत
गाँव में बच्चों के समग्र विकास के लिए अनेक योजनाएँ संचालित की जा रही हैं। सरकारी प्राथमिक विद्यालय को शासन द्वारा 19 पैरामीटर पर संतृप्त किया गया है, जिसमें—
✅ बाल हितैषी शौचालय
✅ मल्टीलेयर हैंडवॉश यूनिट
✅ स्मार्ट क्लास
✅ फर्नीचर और खेल मैदान
✅ सीसीटीवी कैमरे और वाई-फाई सुविधा
✅ मिड-डे मील प्लेटफॉर्म
✅ पर्यावरण-अनुकूल वातावरण
इसके अलावा, बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए हेल्थ कैंप का आयोजन और पौष्टिक आहार की व्यवस्था की जा रही है।
2. महिला हितैषी ग्राम पंचायत
ग्राम पंचायत महिलाओं के सशक्तिकरण को प्राथमिकता दे रही है। महिलाओं को एनआरएलएम समूह से जोड़ा गया है, जिससे उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है।
✅ प्रेरणा बाजार की स्थापना
✅ महिलाओं के स्वास्थ्य की नियमित जाँच
✅ शत-प्रतिशत टीकाकरण
✅ संतुलित आहार के लिए डाइट चार्ट की व्यवस्था
✅ घरेलू हिंसा के मामलों का त्वरित निस्तारण
यह गाँव महिलाओं के समग्र विकास और सशक्तिकरण की दिशा में लगातार आगे बढ़ रहा है।
3. जल प्रबंधन और संरक्षण
ग्राम पंचायत बेहतर जल प्रबंधन के लिए अपनी अनूठी पहचान बना चुकी है। गाँव में—
✅ प्रत्येक घर को नालियों से जोड़ा गया है
✅ सिल्ट चैम्बर और फिल्टर चैम्बर बनाए गए हैं
✅ कृत्रिम वेटलैंड और डब्ल्यूएसपी सिस्टम लागू किया गया है
✅ किचन गार्डन और तालाब संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया है
✅ जीर्ण-शीर्ण कुओं का सौंदर्यीकरण किया गया है
✅ पाइपलाइन के माध्यम से हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है
इस व्यापक जल प्रबंधन से गाँव का जलस्तर भी संतुलित बना हुआ है और जल संरक्षण की दिशा में प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
4. स्वच्छ एवं हरित गाँव
ग्राम पंचायत ने स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई अभिनव कार्य किए हैं—
✅ घर-घर कचरा संग्रहण – ई-रिक्शा के माध्यम से किया जाता है
✅ आरआरसी सेंटर की स्थापना – कचरे की छंटाई और खाद निर्माण की सुविधा
✅ वर्मी कंपोस्ट, नैडेफ और कम्पोस्ट विधि से खाद निर्माण – किसानों को निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है
✅ मियावाकी पद्धति से वृक्षारोपण – गाँव को हराभरा बनाया गया है
✅ प्रत्येक सार्वजनिक स्थल (विद्यालय, आंगनबाड़ी, तालाब, जल टंकी) पर वृक्षारोपण
इस पहल से गाँव स्वच्छ, हरा-भरा और प्रदूषण-मुक्त बना हुआ है।
5. सामाजिक सुरक्षा और आपसी सौहार्द
ग्राम पंचायत ने सामाजिक सुरक्षा की भावना को भी विकसित किया है—
✅ आपसी विवादों का पंचायत स्तर पर निस्तारण
✅ पिछले 7 वर्षों में कोई भी विवाद दर्ज नहीं हुआ
✅ जातिगत भेदभाव से मुक्त गाँव
यह गाँव आपसी सौहार्द और सामाजिक एकता का बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत करता है।
6. अन्य विकास कार्य
ग्राम पंचायत में कई बुनियादी सुविधाओं और अधुनातन संरचनाओं का निर्माण किया गया है—
✅ पंचायत भवन और सीएससी केंद्र की स्थापना
✅ स्वास्थ्य केंद्र और वेलनेस सेंटर का निर्माण
✅ मॉडल अंत्येष्टि स्थल का विकास
✅ कचरा से कंचन केंद्र की स्थापना
✅ खेल मैदान और ओपन जिम की सुविधा
✅ स्ट्रीट लाइट और सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था
✅ हर घर तक पक्की सड़कें और नालियां
✅ फ्री वाई-फाई और पब्लिक एड्रेस सिस्टम
✅ सामुदायिक शौचालय और लाइब्रेरी की स्थापना
ग्राम भरतपुर – आदर्श ग्राम पंचायत का प्रतीक
ग्राम भरतपुर अपनी योजनाओं और विकास कार्यों के चलते न केवल अलीगढ़ बल्कि पूरे प्रदेश में एक प्रेरणादायक उदाहरण बन गया है। स्वच्छता, जल संरक्षण, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण-संरक्षण के प्रयासों ने इसे ’’स्वच्छ सुजल गाँव’’ के प्रतिष्ठित दर्जे तक पहुँचाया है।
यह गाँव सरकार की विभिन्न योजनाओं को जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू करने और ग्राम विकास का आदर्श प्रस्तुत करने के लिए एक मिसाल बन चुका है।