आस्था की डुबकी लगाकर पीएम मोदी ने दिया एकता का संदेश

महाकुंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी श्रद्धा के साथ किया त्रिवेणी संगम में स्नान

वैदिक मंत्रोच्चारण और श्लोकों के बीच पीएम मोदी ने लगाई पावन डुबकी
• भगवान सूर्य को दिया अर्घ्य, की मां गंगा, यमुना और सरस्वती की अराधना।
• संगम स्नान के बाद तीर्थ पुरोहितों की मौजूदगी में विधिवत किया पूजन-अर्चन।
• संगम में अर्पित किया अक्षत, नैवेद्य, पुष्प, फल और लाल चुनरी, आरती भी उतारी।
• पीएम मोदी की मौजूदगी में भी संगम घाटों पर चलता रहा श्रद्धालुओं का स्नान।
• पीएम के प्रयागराज आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया स्वागत।

त्रिवेणी संगम में पीएम मोदी ने लगाई पावन डुबकी

हिन्दुस्तान मिरर: महाकुंभ नगर, 05 फरवरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को प्रयागराज महाकुंभ में मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती की त्रिवेणी के पावन संगम में पुण्य की डुबकी लगाकर पूरी दुनिया को एकता का संदेश दिया। वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने पूरी आस्था और श्रद्धा के साथ त्रिवेणी संगम में स्नान किया।

संगम में डुबकी लगाने से पहले प्रधानमंत्री ने भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया। इस दौरान वह रुद्राक्ष की माला का जप करते भी नजर आए। मां गंगा, मां यमुना और मां सरस्वती की अराधना करते हुए उन्होंने पावन डुबकी लगाई। डुबकी लगाने के बाद उन्होंने गंगा पूजन और आरती भी की।

इससे पूर्व प्रधानमंत्री के प्रयागराज आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया।

वैदिक मंत्रों के साथ विधिवत पूजन-अर्चन

त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाने से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधिवत पूजन-अर्चन किया। संगम में उतरने से पहले उन्होंने श्रद्धा के साथ जल को स्पर्श कर आशीर्वाद लिया, फिर सूर्य को अर्घ्य दिया और तर्पण भी किया।

संगम स्नान के बाद उन्होंने पूरे विधि-विधान से पूजन-अर्चन भी किया। काले कुर्ते और भगवा पटके के साथ हिमाचली टोपी पहने पीएम मोदी ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच संगम त्रिवेणी में अक्षत, नैवेद्य, पुष्प, फल और लाल चुनरी अर्पित की। इसके बाद उन्होंने तीनों पावन नदियों की आरती भी उतारी।

वहां मौजूद तीर्थ पुरोहितों ने उनका स्वागत करते हुए तिलक लगाकर अभिनंदन किया। पूजन-अर्चन के बाद पीएम मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ उसी बोट पर बैठकर वापस हेलिपैड की ओर रवाना हो गए।

विशेष योग में किया पवित्र स्नान

महाकुंभ में दुनिया भर से श्रद्धालुओं का समागम हो रहा है, वहीं प्रधानमंत्री ने इस पावन डुबकी के माध्यम से ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ और ‘वसुधैव कुटुंबकम’ का संदेश दिया।

बुधवार को पीएम मोदी का संगम स्नान ऐतिहासिक क्षण रहा। इस दिन विशिष्ट योग का भी संयोग बना। दरअसल, हिंदू पंचांग के अनुसार इस समय गुप्त नवरात्रि चल रही है और इसी दिन भीष्माष्टमी भी थी।

गुप्त नवरात्रि पर जहां देवी पूजन किया जाता है, वहीं भीष्माष्टमी पर श्रद्धालु अपने पूर्वजों का तर्पण और श्राद्ध करते हैं। ऐसे शुभ संयोग में पीएम मोदी का त्रिवेणी स्नान और पूजन विशेष महत्व रखता है।

प्रयागराज पहुंचने पर सीएम योगी ने किया भव्य स्वागत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह प्रयागराज एयरपोर्ट पहुंचे, जहां से वह एमआई-17 हेलिकॉप्टर में बैठकर डीपीएस हेलिपैड पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका स्वागत किया।

इसके बाद प्रधानमंत्री अरैल घाट पहुंचे, जहां से विशेष बोट पर सवार होकर उन्होंने त्रिवेणी संगम का रुख किया। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ थे।

प्रधानमंत्री ने महाकुंभ में की गई व्यवस्थाओं और श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं के विषय में सीएम योगी से चर्चा की। बोट से भ्रमण के दौरान पीएम मोदी ने त्रिवेणी संगम में स्नान कर रहे श्रद्धालुओं का अभिवादन भी स्वीकार किया।

पीएम की मौजूदगी में भी जारी रहा श्रद्धालुओं का स्नान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब त्रिवेणी संगम पहुंचे, तब आम श्रद्धालु भी संगम स्नान कर रहे थे। पीएम मोदी के आगमन के बावजूद स्नान कर रहे लोगों को रोका नहीं गया।

वीवीआईपी मूवमेंट के बावजूद स्नान के दौरान कहीं कोई बाधा नहीं आई और इस दौरान पीएम मोदी तथा अन्य श्रद्धालुओं ने एक साथ संगम में पुण्य स्नान किया।

संगम तट पर लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में ‘हर हर गंगे’ और ‘मोदी-मोदी’ के जयकारे गूंजते रहे। उल्लेखनीय है कि 13 जनवरी से प्रारंभ हुए महाकुंभ में अब तक वीवीआईपी मूवमेंट के बावजूद श्रद्धालुओं को संगम स्नान में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हुई।

सिर्फ 24 दिनों में अब तक 39 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पुण्य की डुबकी लगा चुके हैं।

महाकुंभ से पहले पीएम मोदी ने दी थी 167 परियोजनाओं की सौगात

महाकुंभ से एक माह पूर्व 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रयागराज का दौरा किया था और 5500 करोड़ रुपये की 167 परियोजनाओं की सौगात दी थी।

इनमें यात्री सुविधाओं के लिए रेलवे स्टेशनों के अपग्रेडेशन और विकास कार्यों के साथ आरओबी फ्लाईओवर, सड़कों का चौड़ीकरण, सुदृढ़ीकरण और सौंदर्यीकरण की महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल थीं।

इसके अलावा स्थायी घाटों, रिवर फ्रंट, सीवरेज, पेयजल सुविधाओं और विद्युत आपूर्ति से जुड़ी परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया गया था।

पीएम मोदी ने प्रयागराज में अक्षयवट कॉरिडोर, सरस्वती कूप कॉरिडोर, बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर, भारद्वाज ऋषि आश्रम कॉरिडोर, श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर का भी उद्घाटन किया था।

इन परियोजनाओं का उद्देश्य न सिर्फ महाकुंभ को एक अद्भुत अनुभव बनाना था, बल्कि तीर्थराज प्रयागराज को विकास की नई दिशा देना भी था।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *