हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़, 6 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कृषि अर्थशास्त्र एवं व्यवसाय प्रबंधन विभाग (एईबीएम) द्वारा केंद्रीय बजट के कृषि क्षेत्र पर पड़ने वाले प्रभावों का विश्लेषण करने के लिए ‘भारतीय बजट 2025-26 और कृषि’ विषय पर एक पैनल चर्चा का आयोजन किया गया।
अर्थशास्त्र विभाग की प्रो. शौकत हसीन, डॉ. दस्तगीर आलम, कृषि विज्ञान संकाय के डीन और एईबीएम विभाग के अध्यक्ष प्रो. अकरम अहमद खान, एईबीएम विभाग के प्रो. सगीर अहमद अंसारी, डॉ. शमसुज्जमा और डॉ. राहिल अख्तर उस्मानी इस चर्चा में शामिल हुए।
पैनल के सदस्यों ने भारतीय बजट 2025-26 में पेश किए गए प्रमुख आवंटन और नीतिगत उपायों पर चर्चा की और कृषि ऋण आवंटन, कृषि अनुसंधान, उर्वरक सब्सिडी, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) नीति सुधार और कृषि बुनियादी ढांचे में निवेश बढ़ाने पर विशेष जोर दिया गया।
चर्चा में कृषि में स्थिरता के महत्व पर भी जोर दिया गया और अधिकतम प्राप्त उपज से काफी कम बेहतर उत्पादकता के लिए तकनीकी वृद्धि की मांग की गई। पैनल ने प्रगतिशील तरीके से कर संरचना को और अधिक बदलने के उपायों पर चर्चा की और कृषि क्षेत्र में बजटीय कार्यान्वयन में सुधार का भी आग्रह किया।
पैनलिस्टों ने कृषि बीमा तंत्र को मजबूत करने, बेहतर रसद और निर्यात नीतियों के माध्यम से बाजार पहुंच का विस्तार करने, कृषि अनुसंधान और विकास (आरएंडडी) को बढ़ाने और क्षेत्र में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) को मजबूत करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।