हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़, 15 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के वनस्पति विज्ञान विभाग में ‘‘पौध हार्मोन निर्धारणः कृषि और जैव प्रौद्योगिकी‘‘ विषय पर पांच दिवसीय ज्ञान (ज्ञान) कोर्स सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इस कार्यक्रम में विशेषज्ञ व्याख्यान, व्यावहारिक प्रशिक्षण और नवीनतम शोध विषयों पर चर्चा की गई।
समापन समारोह में वनस्पति विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. एम. बदरुज्जमां ने कोर्स के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को इस ज्ञान को अपने शोध कार्यों में उपयोग करने के लिए प्रेरित किया।
पोलैंड की बियालिस्टोक यूनिवर्सिटी के प्रख्यात विदेशी विशेषज्ञ प्रो. आंद्रेज बजगुज ने एएमयू में अपने अनुभव साझा करते हुए यहां के उच्च स्तरीय अनुसंधान और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने की सराहना की। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों और छात्रों की प्रतिबद्धता की भी प्रशंसा की।
मुख्य अतिथि और एएमयू के पूर्व छात्र, अजहर शम्स (आईआरटीएस), ने छात्रों को इस तरह के अकादमिक कार्यक्रमों का अधिकतम लाभ उठाने की सलाह दी। उन्होंने अनुसंधान और नवाचार को भविष्य के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया और शैक्षणिक संस्थानों व सरकारी संगठनों के बीच सहयोग की आवश्यकता पर जोर दिया।
स्थानीय ज्ञान समन्वयक प्रो. विभा शर्मा ने एएमयू की ज्ञान (ज्ञान) कार्यक्रमों में सक्रिय भागीदारी की चर्चा की और शिक्षकों से भविष्य में और अधिक प्रस्ताव प्रस्तुत करने के लिए कहा। उन्होंने इस कार्यशाला के आयोजन के लिए वनस्पति विज्ञान विभाग की टीम की सराहना की।
कोर्स समन्वयक प्रो. शमसुल हयात ने पूरे कार्यक्रम का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया, जिसमें अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों और वैज्ञानिकों द्वारा दी गई व्याख्यान श्रृंखला, व्यावहारिक प्रशिक्षण सत्र और नए फाइटोहार्मोन पर किए गए शोध शामिल थे।
प्रो. मंसूर अहमद खान ने पौध हार्मोन अनुसंधान की भूमिका पर चर्चा करते हुए इसे कृषि उत्पादकता बढ़ाने और भारत की कृषि प्रगति के लिए महत्वपूर्ण बताया।
समारोह के दौरान छात्रों को उनकी सक्रिय भागीदारी के लिए प्रमाण पत्र वितरित किए गए।
प्रो. काजी फरीदुद्दीन ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए शिक्षा मंत्रालय, समन्वयकों, विशेषज्ञों और प्रतिभागियों के योगदान के लिए आभार व्यक्त किया।