हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़, 12 मार्च – अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के सतत एवं प्रौढ़ शिक्षा एवं विस्तार केंद्र (सीसीएईई) ने अलीगढ़ जिले के उद्यान एवं फल संरक्षण विभाग के सहयोग से “फल संरक्षण” विषय पर एक विशेष कार्यशाला आयोजित की।
स्वयं सहायता समूहों को किया गया जागरूक
इस कार्यशाला में रिसोर्स पर्सन श्याम सुंदर ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों पर चर्चा की। उन्होंने फल संरक्षण आधारित खाद्य उत्पादों के क्षेत्र में स्टार्ट-अप शुरू करने की संभावनाओं पर जोर दिया और इस दिशा में उठाए जाने वाले महत्वपूर्ण कदमों के बारे में जानकारी दी।
छोटे पैमाने पर व्यावसायिक अवसरों पर मार्गदर्शन
उन्होंने प्रतिभागियों को स्क्वैश, मिश्रित फल जैम और अचार के उत्पादन तथा उनके विपणन के बारे में व्यावसायिक मार्गदर्शन दिया। इस दौरान, लगभग 60 छात्रों ने व्यावहारिक परीक्षा में भाग लिया और सफल घोषित किए गए।
उद्यमिता को बढ़ावा देने पर जोर
सीसीएईई के निदेशक डॉ. शमीम अख्तर ने उद्यमिता को बढ़ावा देने में स्वयं सहायता समूहों की भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने लिज्जत पापड़ का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे एक छोटा उद्यम भी बड़े उद्योग का रूप ले सकता है।
यह कार्यशाला न केवल फल संरक्षण के तकनीकी पक्षों पर केंद्रित थी, बल्कि इसमें उद्यमिता और स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान भी प्रदान किया गया।