फतेहपुर (उत्तर प्रदेश):
जिला फतेहपुर के एक गांव में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा दलित युवक शिव के साथ किए गए व्यवहार का मामला चर्चा में है। आरोप है कि बजरंग दल ने शिव पर हिंदुओं को ईसाई धर्म में परिवर्तित कराने का आरोप लगाते हुए उसका सिर मुंडवाया और पूरे गांव में घुमाया। इसके बाद उसे हनुमान मंदिर ले जाकर ‘जय श्रीराम’ के नारे लगवाए गए।
आरोप और कार्रवाई
बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का कहना है कि शिव हिंदू समुदाय के लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित कराने में सक्रिय था। इसी कारण उसे पहले सनातन धर्म में वापस लाने का निर्णय लिया गया। संगठन का दावा है कि यह कदम हिंदू धर्म और परंपराओं की रक्षा के लिए उठाया गया।
ग्रामीणों में दहशत और रोष
घटना के बाद गांव के दलित समुदाय में दहशत और आक्रोश व्याप्त है। कुछ लोगों का कहना है कि यह एक व्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन है और दलित समुदाय को निशाना बनाने का प्रयास है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। हालांकि, अभी तक किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हुई है। अधिकारियों ने बताया कि घटना से जुड़ी विस्तृत जानकारी जुटाई जा रही है और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने सामाजिक और राजनीतिक हलकों में बहस छेड़ दी है। कुछ राजनीतिक दलों ने इसे दलित अधिकारों का उल्लंघन बताया है,