हिन्दुस्तान मिरर अलीगढ़, 12 दिसंबर 2024: उत्तर प्रदेश एटीएस ने अलीगढ़ में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो बांग्लादेशी दंपत्तियों, सिराज और हलीमा को गिरफ्तार किया है। यह दंपत्ति अवैध तरीके से भारत में प्रवेश कर भारतीय नागरिक बन गए थे और अलीगढ़ में रहने के दौरान विभिन्न सरकारी दस्तावेज बनवाए थे।
दंपत्ति ने भारतीय दस्तावेजों का ग़लत इस्तेमाल किया
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपियों ने भारतीय जन्म प्रमाणपत्र, वोटर कार्ड और आधार कार्ड जैसे दस्तावेज बनवाए थे। इन दस्तावेजों के माध्यम से दोनों ने नगर निगम से जन्म प्रमाणपत्र प्राप्त किया और फिर इस प्रमाणपत्र के आधार पर भारतीय पासपोर्ट बनवाया। इसके बाद, वे विदेश यात्रा भी कर चुके थे और साउदी अरब, दुबई जैसे देशों का दौरा किया था।
नगर निगम अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठे
एटीएस ने इस मामले की जांच में नगर निगम से दस्तावेजों का विवरण मांगा, जिससे कई अधिकारी और कर्मचारियों की संलिप्तता का पता चला है। विशेष रूप से, नगर निगम के कर्मचारियों जैसे क्लर्क सत्य प्रकाश, चिरंजीलाल, नितिन गौड़ और सीनियर क्लर्क दिनेश कुमार पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा, लोकवाणी केंद्र से जुड़े व्यक्तियों, गवाहों और अन्य अधिकारियों पर भी जांच चल रही है।
आरोपियों ने कैसे भारत में प्रवेश किया?
सिराज और हलीमा, जो मूल रूप से बांग्लादेश के निवासी थे, पश्चिम बंगाल के बेनाफुल बॉर्डर से भारत में प्रवेश किए थे। बाद में, वे अलीगढ़ पहुंचे और यहां अपने भारतीय नागरिक बनने की प्रक्रिया को पूरा किया।
नए खुलासे और कानूनी कार्रवाई
इस मामले के उजागर होने के बाद नगर निगम और अन्य संबंधित विभागों को दोषी कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। एटीएस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 318(4), 336(3), 337, 339, 340(2) और विदेशी अधिनियम की धारा 14, 14(A) के तहत मामला दर्ज किया है।
सिराज और हलीमा के पासपोर्ट और अन्य दस्तावेजों की जांच जारी है, और आरोपियों से जुड़ी अन्य जानकारियां सामने आने की संभावना है। इस पूरे मामले में विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
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