हिन्दुस्तान मिरर
११ जनवरी: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के पूर्व छात्र फरहान खान को इंग्लैंड की आर्ट्स काउंसिल के समर्थन के तहत यूनाइटेड किंगडम द्वारा प्रतिष्ठित ग्लोबल टैलेंट वीजा (टियर 1) से सम्मानित किया गया है। यह वीजा उनके फाइन आर्ट फोटोग्राफी के क्षेत्र में असाधारण योगदान और नेतृत्व के लिए प्रदान किया गया। इस उपलब्धि ने उन्हें वैश्विक फोटोग्राफी जगत में एक आइकन के रूप में स्थापित किया है।
शैक्षणिक यात्रा और शुरुआती जीवन
फरहान खान की शैक्षणिक यात्रा एएमयू के सैयदना ताहिर सैफुद्दीन (एसटीएस) स्कूल से शुरू हुई। उन्होंने एएमयू के सैयद हामिद सीनियर सेकेंडरी स्कूल से बारहवीं की पढ़ाई पूरी की। इन प्रारंभिक वर्षों ने उनके भीतर अनुशासन, रचनात्मकता और उत्कृष्टता की मजबूत भावना विकसित की, जो उनकी आगे की सफलता का आधार बनी।
इसके बाद उन्होंने जामिया मिलिया इस्लामिया (जेएमआई) से आर्किटेक्चर (बी.आर्क.) में स्नातक किया। इसी दौरान फोटोग्राफी के प्रति उनका जुनून विकसित हुआ। उन्होंने जेएमआई से स्टिल फोटोग्राफी और विजुअल कम्युनिकेशन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा किया, जिसे उन्होंने स्वर्ण पदक के साथ पूरा किया।
वैश्विक फोटोग्राफी में उत्कृष्टता
फरहान ने प्रतिष्ठित गोल्डस्मिथ, यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन से फोटोग्राफी: इमेज और इलेक्ट्रॉनिक आर्ट्स में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री मेरिट के साथ प्राप्त की। उन्होंने वास्तुकला, रियल एस्टेट, इंटीरियर, भोजन और उत्पाद फोटोग्राफी जैसे विविध क्षेत्रों में काम करते हुए फोटोग्राफी और डिजाइनिंग में अपनी पहचान बनाई।
वर्तमान में, फरहान लंदन के फुजीफिल्म हाउस ऑफ फोटोग्राफी में फोटोग्राफी विशेषज्ञ और ब्रांड एंबेसडर के रूप में कार्यरत हैं। यहां वे फोटोग्राफी नवाचार को बढ़ावा देते हैं और क्लाइंट्स को उच्च गुणवत्ता वाली सेवाएं प्रदान करते हुए प्रशिक्षण भी देते हैं।
प्रदर्शनियां और उपलब्धियां
फरहान के काम को विश्वभर में सराहा गया है। उनकी प्रमुख प्रदर्शनियों में शामिल हैं:
• नेक्सस एंड नाउ (2022): गोल्डस्मिथ, लंदन।
• डिग्री शो (2020): अंतर्राष्ट्रीय कला प्रदर्शनी, बर्लिन, जर्मनी।
• पोस्टकार्ड्स टू गांधी (2020): जलवायु परिवर्तन पर एक कथा, जेएमआई, नई दिल्ली।
• फ्रीडम टू लिव (2019): मोडू गैलरी, ब्राजील।
उनकी कला को कई पुरस्कार मिले, जिनमें हिस्टोरिक फोटोग्राफर ऑफ द ईयर अवार्ड (2020) में शीर्ष 5 में स्थान और राष्ट्रीय फोटोग्राफी प्रतियोगिता (2018) में प्रथम पुरस्कार शामिल हैं। उनकी तस्वीरें द वीक जूनियर यूके, आउटलुक इंडिया, और आउटलुक ट्रैवलर जैसे प्रतिष्ठित प्रकाशनों में प्रकाशित हुई हैं।
शिक्षा और मेंटरशिप में योगदान
फरहान का योगदान फोटोग्राफी तक ही सीमित नहीं है। उन्होंने लंदन में 44 से अधिक शुरुआती फोटोग्राफी कार्यशालाएं आयोजित की हैं और फोटोग्राफी में अतियथार्थवाद और ग्राफिक डिजाइन जैसे विषयों पर व्याख्यान दिए हैं।
फरहान खान की यह उपलब्धि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। उनके प्रयास और योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।
रिपोर्ट – हिन्दुस्तान मिरर