हिन्दुस्तान मिरर:–अलीगढ़, 11 जनवरी: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के जेएन मेडिकल कॉलेज के एनाटॉमी विभाग की प्रोफेसर फराह गौस को उनकी उल्लेखनीय शैक्षिक सेवाओं और समाज के प्रति उनके योगदान के लिए प्रतिष्ठित ‘बेस्ट इंडियन गोल्डन पर्सनालिटीज अवार्ड, 2025’ से सम्मानित किया गया। यह सम्मान फ्रेंडशिप फोरम ऑफ इंडिया, नई दिल्ली द्वारा प्रदान किया गया।
यह पुरस्कार उन व्यक्तियों को दिया जाता है जिन्होंने शिक्षा, नवाचार और समाज सुधार के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। प्रोफेसर गौस को यह सम्मान शिक्षा के क्षेत्र में उनकी प्रतिबद्धता, गुणवत्ता, और नवाचार के प्रति उनके सतत प्रयासों के लिए दिया गया।
प्रोफेसर फराह गौस का योगदान
एनाटॉमी के क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता और शिक्षण में उनके नवाचार ने प्रोफेसर गौस को न केवल छात्रों के बीच बल्कि शैक्षणिक जगत में भी एक विशिष्ट पहचान दिलाई है। उन्होंने शिक्षा के माध्यम से सशक्तिकरण की दिशा में काम करते हुए शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उनकी शिक्षण शैली न केवल विषय की जटिलताओं को सरल बनाती है, बल्कि छात्रों में गहन सोच और आजीवन सीखने की आदत को भी प्रोत्साहित करती है। उनके मार्गदर्शन में अनेक छात्रों ने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है।
पुरस्कार समारोह
पुरस्कार समारोह नई दिल्ली में आयोजित हुआ, जहां प्रोफेसर गौस को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। उन्हें यह सम्मान समाज में शैक्षिक सुधार, मार्गदर्शन और आजीवन सीखने की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रदान किया गया। समारोह में शिक्षा और समाज सुधार के क्षेत्र के कई दिग्गजों ने भाग लिया।
शैक्षिक जगत में प्रेरणा
प्रोफेसर गौस ने इस सम्मान को अपनी जिम्मेदारियों को और बढ़ाने वाला बताया। उन्होंने कहा, “यह पुरस्कार न केवल मेरे लिए बल्कि उन सभी छात्रों और सहकर्मियों के लिए प्रेरणा है, जिनके साथ मैंने काम किया है। शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जो समाज में बदलाव ला सकता है, और मैं इस क्षेत्र में योगदान देने के लिए हमेशा तत्पर रहूंगी।”
एएमयू परिवार में खुशी की लहर
प्रोफेसर गौस की इस उपलब्धि पर एएमयू के शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों में खुशी की लहर है। जेएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने उन्हें बधाई देते हुए कहा, “प्रोफेसर गौस का यह सम्मान न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह हमारे विश्वविद्यालय के लिए भी गर्व का विषय है। उनके जैसे समर्पित शिक्षकों की बदौलत एएमयू शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है।”
प्रोफेसर गौस ने इस अवसर पर समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और कहा कि शिक्षा को समाज सुधार और विकास का मुख्य आधार बनाना चाहिए।
प्रोफेसर फराह गौस को मिला यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत योगदान का प्रमाण है, बल्कि यह दिखाता है कि कैसे समर्पण, नवाचार और सच्ची प्रतिबद्धता से शिक्षा के माध्यम से समाज में परिवर्तन लाया जा सकता है। यह उपलब्धि आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देने के साथ-साथ शिक्षा के महत्व को और अधिक रेखांकित करती है।
रिपोर्ट – हिन्दुस्तान मिरर