हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़, 3 मार्चः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के समाज कार्य विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. मोहम्मद उजैर ने ‘भारतीय ज्ञान प्रणाली और आधुनिक समाज कार्य के समकालीन अभ्यासों का समन्वयः समुदाय कल्याण के लिए संस्कृति का सेतु निर्माण’ विषय पर ऑनलाइन व्याख्यान प्रस्तुत किया। यह सत्र राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत ‘भारतीय ज्ञान प्रणाली’ विषय पर आयोजित संवेदीकरण और ओरिएंटेशन कार्यक्रम का हिस्सा था, जिसे यूजीसी-मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र द्वारा केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू के समाज कार्य विभाग के सहयोग से आयोजित किया गया।
डॉ. उजैर ने पारंपरिक समाज कार्य पद्धतियों की वैश्विक समाज कार्य में भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि ये पद्धतियां समुदाय की परंपराओं और आत्मनिर्भर सहयोगी तंत्रों पर आधारित हैं, जो आधुनिक समाज कार्य के सिद्धांतों से मेल खाती हैं। उन्होंने सांस्कृतिक संवेदनशीलता की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि स्थानीय परंपराओं, मूल्यों और विश्वास प्रणालियों का सम्मान करते हुए हस्तक्षेप योजनाएं तैयार की जानी चाहिए। भारतीय ज्ञान परंपराओं को आधुनिक साक्ष्य-आधारित विधियों के साथ जोड़कर समाज कार्यकर्ता विश्वास बना सकते हैं, सहभागिता बढ़ा सकते हैं और स्थायी प्रभाव सुनिश्चित कर सकते हैं।