चंद्रभान पासवान कौन हैं?
चंद्रभान पासवान पासी समाज से आते हैं और उनका साड़ी के व्यवसाय में बड़ा योगदान है, जिसमें उनका परिवार सूरत और रुदौली में सक्रिय है। वे रुदौली से दो बार जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं, जिससे उनकी राजनीतिक अनुभव और क्षेत्र में पकड़ मजबूत है।
मिल्कीपुर उपचुनाव का महत्व
मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव 5 फरवरी को होगा, और परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे। यह सीट भाजपा और समाजवादी पार्टी (सपा) दोनों के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न है। 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा के अवधेश प्रसाद ने इस सीट पर जीत हासिल की थी, लेकिन उनके निधन के बाद यह उपचुनाव आवश्यक हो गया है।
सामाजिक समीकरण
मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में लगभग साढ़े तीन लाख मतदाता हैं, जिनमें से दलित मतदाताओं की संख्या करीब डेढ़ लाख है। पासी समाज के मतदाता लगभग 55,000 हैं, जो चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। भाजपा ने चंद्रभान पासवान को उम्मीदवार बनाकर इस समुदाय को साधने की रणनीति अपनाई है।
समाजवादी पार्टी ने इस उपचुनाव में अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद के पुत्र अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया है, जिससे मुकाबला रोचक होने की संभावना है।
इस उपचुनाव के परिणाम का प्रभाव आगामी राजनीतिक समीकरणों पर पड़ सकता है, विशेषकर 2024 के लोकसभा चुनावों के मद्देनजर।