रामा एजुकेशनल सोसाइटी और सर्च फाउंडेशन एवं समाजसेवी विनोद सिंघल के सहयोग से “जे.एन.मेडिकल कॉलेज” में शिशु रोग विभाग में कम्बल वितरित किए।
अलीगढ़। ठंड के मौसम में जरूरतमंदों की मदद के लिए रामा एजुकेशनल एवं वेलफेयर सोसाइटी, अलीगढ़ द्वारा प्रायोजित ‘सर्च फाउंडेशन’ ने एक अनुकरणीय कदम उठाया। दिसंबर 2024 के महीने में सर्च फाउंडेशन के निदेशक श्री के.एन. सिंह और समाजसेवी श्री विनोद सिंघल के नेतृत्व में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जे.एन. मेडिकल कॉलेज के बाल रोग वार्ड संख्या 16/17 में भर्ती बच्चों को नि:शुल्क कंबल वितरित किए गए।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य ठंड के इस कठोर मौसम में अस्पताल में भर्ती बच्चों और उनके परिजनों को राहत प्रदान करना था। कंबल वितरण के दौरान श्री के.एन. सिंह और उनकी टीम ने बच्चों के जल्द स्वस्थ होने की कामना भी की।
हिन्दुस्तान मिरर से बात-चीत के दौरान समाजसेवा में सक्रिय भूमिका निभाने वाले श्री विनोद सिंघल ने कहा कि उन्होंने कहा, “हमारे इस छोटे से प्रयास से यदि किसी जरूरतमंद के जीवन में थोड़ी भी राहत और सुकून मिलता है, तो यह हमारे लिए सबसे बड़ा संतोष का विषय है। हमारा ‘गिलहरी प्रयास’ समाज के जरूरतमंदों के लिए सदैव समर्पित रहेगा।”
शिशु रोग विभाग की अध्यक्ष प्रो. ज़ीबा ज़का-उर-रब ने संस्थाओं का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के दौरान शिशु रोग विभाग की अध्यक्ष, प्रो. ज़ीबा ज़का-उर-रब ने इस मानवीय पहल की सराहना करते हुए कहा, “यह पहल न केवल बच्चों को ठंड से बचाने में सहायक है, बल्कि यह समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी को भी रेखांकित करती है। रामा एजुकेशनल एवं वेलफेयर सोसाइटी और सर्च फाउंडेशन का यह प्रयास अत्यंत प्रेरणादायक है।”
सर्च फाउंडेशन की टीम ने इस अवसर पर अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि वे भविष्य में भी इस तरह की सामाजिक गतिविधियों का आयोजन करेंगे। उनकी प्राथमिकता समाज के वंचित और जरूरतमंद वर्गों की मदद करना है।
इस कार्यक्रम ने समाज के सामने एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत किया। रामा एजुकेशनल एवं वेलफेयर सोसाइटी और सर्च फाउंडेशन की यह पहल न केवल ठंड में ठिठुरते बच्चों और उनके परिवारों के लिए राहत बनी, बल्कि यह अन्य संस्थाओं और व्यक्तियों को भी इस तरह के कार्यों के लिए प्रेरित करती है।
रामा एजुकेशनल एवं वेलफेयर सोसाइटी, सर्च फाउंडेशन और श्री विनोद सिंघल का यह कदम यह सिद्ध करता है कि मानवता की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं है