‘ग़ालिब’ होना नसीब है
‘ग़ालिब’ होना नसीब है : (जन्म 27 दिसम्बर 1797, आगरा मृत्यु 15 फ़रवरी 1869, दिल्ली) — डॉ अविनीश प्रकाश सिंह दिसंबर की सर्द रातें और ठिठुरते दिनों में अपने शब्दों की मशाल लिए इक शख़्स जो बेतहाशा याद आता है उसका नाम मिर्ज़ा ग़ालिब है। ग़ालिब न केवल याद आने की शै बल्कि उनका…