हिन्दुस्तान मिरर: 27 फरवरी: कांग्रेस सांसद राकेश राठौर के खिलाफ बलात्कार के आरोपों से संबंधित मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में सुनवाई हुई। न्यायमूर्ति अजय चौहान की अध्यक्षता में चली इस लंबी सुनवाई के पश्चात, अदालत ने अगली सुनवाई की तारीख़ 11 मार्च निर्धारित की है। इससे संकेत मिलता है कि राठौर की होली इस वर्ष संकटपूर्ण हो सकती है, क्योंकि उन्हें अभी तक न्यायिक राहत नहीं मिली है।
मामले की पृष्ठभूमि में, एक महिला ने राठौर पर बलात्कार का आरोप लगाया है, जिसके आधार पर उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी। राठौर ने इन आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए, उच्च न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका दायर की थी। हालांकि, अदालत ने अभी तक उन्हें कोई राहत प्रदान नहीं की है।
इस कानूनी प्रक्रिया के चलते, राठौर की राजनीतिक छवि और आगामी कार्यक्रमों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की संभावना है। कांग्रेस पार्टी के भीतर और बाहर, इस मामले को लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं। पार्टी के समर्थक राठौर के पक्ष में खड़े हैं, जबकि विपक्षी दल इस मुद्दे को राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग करने का प्रयास कर रहे हैं।
अगली सुनवाई 11 मार्च को निर्धारित होने के कारण, राठौर की होली इस वर्ष तनावपूर्ण हो सकती है। अदालत की आगामी कार्यवाही में यह स्पष्ट होगा कि उन्हें न्यायिक राहत मिलेगी या नहीं। इस बीच, राठौर और उनके कानूनी सलाहकार मामले की तैयारी में जुटे हुए हैं, ताकि आगामी सुनवाई में मजबूत पक्ष प्रस्तुत किया जा सके।
इस मामले की संवेदनशीलता और राजनीतिक महत्व को देखते हुए, मीडिया और जनता की नजरें अदालत की आगामी कार्यवाही पर टिकी हुई हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि न्यायालय का अगला कदम क्या होगा और इसका राठौर के राजनीतिक करियर पर क्या प्रभाव पड़ेगा।