नगर निगम में जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया को लेकर बीते दिनों से चल रही समस्याओं को लेकर नगर आयुक्त ने सख्त कदम उठाए हैं। प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लंबी कतारों और विलंब की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए अब नागरिकों को अपने क्षेत्रीय पार्षदों से संपर्क करने की सलाह दी गई है। यह निर्णय प्रमाण पत्र की प्रक्रिया को सरल बनाने और पार्षदों की भूमिका को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से लिया गया है।
पार्षदों ने उठाया विलंब का मुद्दा
पिछले दिनों आयोजित बजट के विशेष बोर्ड अधिवेशन में पार्षद कुलदीप पांडे सहित अन्य पार्षदों ने नगर आयुक्त विनोद कुमार को जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने में हो रही देरी और प्रक्रिया में अव्यवस्था की शिकायत की थी। पार्षदों ने यह भी कहा कि कई बार उन्हें भी लाइन में खड़ा होना पड़ता है, जो उनके कार्यक्षेत्र और गरिमा के विपरीत है।
नगर आयुक्त का आश्वासन
नगर आयुक्त ने पार्षदों को आश्वासन दिया कि तीन दिनों के भीतर प्रमाण पत्र प्रक्रिया में सुधार किया जाएगा। मंगलवार को हुई जनसुनवाई में भी आवेदकों ने इसी समस्या को उठाया, जिसके बाद नगर आयुक्त ने जन्म-मृत्यु पंजीकरण व्यवस्था की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों को लापरवाही के लिए कड़ी फटकार लगाई।
जीआईएस एक्सपर्ट को निर्देश
नगर आयुक्त ने जीआईएस एक्सपर्ट शालिनी मुर्तजा को प्रतिदिन प्राप्त आवेदनों को उसी दिन संबंधित अधिकारी के पास भेजने के निर्देश दिए। इसके अलावा, सभी जोनल अधिकारियों से उनके क्षेत्रों में प्रमाण पत्र प्रक्रिया में देरी का कारण पूछा गया। संतोषजनक उत्तर न मिलने पर नगर आयुक्त ने उन्हें सीधे जिम्मेदार ठहराते हुए प्रतिदिन की रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया।
पार्षदों की सुविधा को प्राथमिकता
नगर आयुक्त ने पार्षदों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए निर्देश दिए कि किसी भी पार्षद को लाइन में नहीं लगना पड़ेगा। सभी जोनल अधिकारी अपने कार्यालय में पार्षदों की समस्याओं का समाधान करेंगे। इसके अलावा, पुराने प्रमाण पत्रों को भी शीघ्र निस्तारित करने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट से बातचीत कर समयबद्ध कार्रवाई सुनिश्चित की गई है।
दलालों की रोकथाम के लिए सख्ती
नगर निगम कार्यालय में दलालों की पहुंच रोकने के लिए सभी जोनल कार्यालयों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही, बाहरी व्यक्तियों के काउंटर तक पहुंचने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यदि किसी बाहरी व्यक्ति की मौजूदगी पाई जाती है, तो संबंधित जोनल अधिकारी और कर्मचारी पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
नगर निगम ने नागरिकों से अपील की है कि वे जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सीधे निगम कार्यालय आने के बजाय अपने क्षेत्रीय पार्षदों से संपर्क करें। यह प्रक्रिया को आसान और प्रभावी बनाएगा तथा अनावश्यक भीड़ से बचाव होगा।
इस नई व्यवस्था से नगर निगम की कार्यप्रणाली में सुधार की उम्मीद है और नागरिकों को समय पर प्रमाण पत्र मिल सकेगा।
रिपोर्ट : संजय सक्सेना, ( हिन्दुस्तान मिरर)