शेखा झील के सौंदर्यीकरण और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कार्ययोजना बनाने के आदेश
अलीगढ़, 8 मार्च 2025: जिलाधिकारी संजीव रंजन ने शनिवार को शेखा झील पक्षी विहार का निरीक्षण किया और झील के संरक्षण, सौंदर्यीकरण एवं पर्यटन विकास को लेकर महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश जारी किए। इस अवसर पर प्रभागीय निदेशक, सामाजिक वानिकी प्रभाग अलीगढ़ नवीन प्रकाश शाक्य, क्षेत्रीय वन अधिकारी गौरव सिंह, एवं अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
झील से जलकुंभी हटाने और पक्षियों की सुरक्षा पर विशेष जोर
निरीक्षण के दौरान डीएम ने झील में फैली जलकुंभी को जल्द से जल्द हटाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जलकुंभी न केवल जल की गुणवत्ता को प्रभावित करती है, बल्कि झील में रहने वाले पक्षियों और अन्य जीव-जंतुओं के लिए भी हानिकारक होती है। इसलिए इसे प्राथमिकता के साथ साफ किया जाए।
इसके अलावा, झील में प्रवासी और स्थानीय पक्षियों के लिए सुरक्षित हैबिटेट (आवासीय पर्यावरण) तैयार करने पर बल दिया गया। डीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि झील के इको-सिस्टम को बनाए रखते हुए पक्षियों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए जाएं।
झील की वर्षभर उपयोगिता बढ़ाने के लिए कार्ययोजना
डीएम संजीव रंजन ने झील की उपयोगिता को वर्षभर बनाए रखने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शेखा झील केवल मानसून या ठंड के मौसम में ही आकर्षण का केंद्र न बने, बल्कि इसे पूरे साल उपयोगी बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य किया जाए।
पर्यटन को बढ़ावा देने के निर्देश
पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से डीएम ने झील के आसपास पर्यटन सुविधाओं के विस्तार पर बल दिया। उन्होंने कहा कि शेखा झील की सुंदरता को बढ़ाने के साथ-साथ यहां पर्यटकों के लिए आकर्षक सुविधाएं विकसित की जाएं। इसके लिए झील के निकट कैफेटेरिया, वॉच टावर, नेचर ट्रेल्स (प्राकृतिक पगडंडी), बर्ड वाचिंग प्वाइंट, बोटिंग और गाइड सेवा जैसी सुविधाओं को विकसित करने की योजना बनाई जाए।
डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि झील और पक्षी विहार के प्रचार-प्रसार के लिए सोशल मीडिया, डिजिटल प्लेटफॉर्म और पर्यटन विभाग के माध्यम से प्रचार अभियान चलाया जाए, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक यहां आ सकें।
स्थानीय प्रशासन एवं वन विभाग की अहम भूमिका
निरीक्षण के दौरान प्रभागीय निदेशक नवीन प्रकाश शाक्य ने बताया कि शेखा झील पक्षी विहार को एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। क्षेत्रीय वन अधिकारी गौरव सिंह ने कहा कि झील में जैव विविधता को बनाए रखने के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।
डीएम संजीव रंजन ने कहा कि शेखा झील केवल एक जल निकाय ही नहीं, बल्कि एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक धरोहर है, जिसे संरक्षित और संवर्धित करना प्रशासन की प्राथमिकता है। उन्होंने स्थानीय लोगों और पर्यावरण प्रेमियों से भी अपील की कि वे झील की स्वच्छता और संरक्षण में प्रशासन का सहयोग करें।
जल्द शुरू होंगे विकास कार्य
डीएम के निर्देशों के तहत प्रशासन और वन विभाग मिलकर जल्द ही झील के सौंदर्यीकरण एवं पर्यटन विकास के लिए विस्तृत योजना तैयार करेगा। आगामी दिनों में झील क्षेत्र में साफ-सफाई, पर्यटन सुविधाओं का विस्तार, पक्षियों के लिए सुरक्षित वातावरण और प्रचार-प्रसार से जुड़े कार्यों को गति दी जाएगी।
इस निरीक्षण के दौरान वन विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा स्थानीय नागरिक भी मौजूद रहे, जिन्होंने झील के संरक्षण और विकास को लेकर अपने सुझाव भी दिए।