डीएम ने की गौआश्रय स्थलों के निर्माण, संचालन एवं संरक्षण की प्रगति समीक्षा

गॉव एवं कस्बों में गौवंश संरक्षण के महत्व को समझाते हुए अधिकाधिक भूसा दान के लिए प्रेरित किया जाए

एसएफसी पूलिंग में प्राप्त धनराशि का सदुपयोग गौशालाओं की सुरक्षा एवं संरक्षण में किया जाए

हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़, 10 मार्च 2025: जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में पशुपालन विभाग द्वारा गौआश्रय स्थलों के निर्माण, संचालन एवं संरक्षण के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में गौवंश संरक्षण की दिशा में चल रही योजनाओं एवं उनके क्रियान्वयन की गहन समीक्षा की गई।

गौशालाओं में भूसा बैंक की स्थापना के निर्देश

बैठक के दौरान डीएम संजीव रंजन ने जिले में 100 प्रतिशत गौवंश संरक्षण सुनिश्चित करने पर बल देते हुए स्थानीय नागरिकों को गौसेवा के प्रति जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने भूसा बैंक की स्थापना पर जोर देते हुए कहा कि प्रत्येक गौशाला में सुरक्षित भूसा भंडारण के लिए उचित गोदाम बनाए जाएं। साथ ही, गांव एवं कस्बों में गौवंश संरक्षण के महत्व को समझाते हुए अधिकाधिक भूसा दान के लिए लोगों को प्रेरित किया जाए।

गौशालाओं में हरे चारे की पर्याप्त व्यवस्था

डीएम ने गौवंशों के लिए हरे चारे की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु गौशालाओं से संबद्ध चारागाहों में हरा चारा बोने के निर्देश दिए। इसके लिए संबंधित खंड विकास अधिकारियों (बीडीओ) की जिम्मेदारी तय की गई। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि चारागाहों का नियमित निरीक्षण कर हरे चारे की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जाए।

एसएफसी पूलिंग की धनराशि का सदुपयोग

जिलाधिकारी ने एसएफसी पूलिंग के तहत प्राप्त धनराशि का उपयोग गौशालाओं की सुरक्षा एवं संरक्षण में करने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए कि धनराशि का सही एवं पारदर्शी ढंग से उपयोग हो, ताकि गौवंशों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें।

गौआश्रय स्थलों की वर्तमान स्थिति

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (सीवीओ) डा. दिवाकर त्रिपाठी ने बैठक में जानकारी दी कि जिले में वर्तमान में 140 गौआश्रय स्थल और 5 वृहद गौआश्रय स्थल संचालित हो रहे हैं। इसके अतिरिक्त, विभिन्न विकासखंडों में 28 अस्थायी गौआश्रय स्थलों का निर्माण कार्य प्रगति पर है। इस पर डीएम ने निर्देश दिए कि जल्द से जल्द इन गौआश्रय स्थलों का निर्माण पूर्ण कर इन्हें संचालित किया जाए।

गौ संरक्षण योजनाओं में सहभागिता

सीवीओ ने बताया कि एसएफसी पूलिंग में 1 करोड़ 42 लाख 57 हजार 927 रुपये की धनराशि के सापेक्ष 66 लाख रुपये व्यय किए गए हैं। इसके अतिरिक्त, सहभागिता योजना के तहत 2500 लाभार्थियों को 5735 गायें प्रदान की गई हैं, जिनका सत्यापन कार्य प्रगति पर है। जिलाधिकारी ने इस योजना के तहत लाभार्थियों का समयबद्ध सत्यापन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।

डीएम के निर्देश

  • गौशालाओं में भूसा बैंक स्थापित किए जाएं।
  • गौवंशों को पर्याप्त हरा चारा उपलब्ध कराने के लिए चारागाहों की निगरानी बढ़ाई जाए।
  • गौशालाओं की सुरक्षा एवं संरक्षण के लिए एसएफसी पूलिंग की धनराशि का सही उपयोग हो।
  • निर्माणाधीन 28 गौआश्रय स्थलों का कार्य शीघ्र पूर्ण किया जाए।
  • सहभागिता योजना के लाभार्थियों का सत्यापन शीघ्र पूरा किया जाए।

बैठक में संबंधित विभागों के अधिकारी, विकासखंड अधिकारी, पशुपालन विभाग के अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

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