डीएम ने जिले में आलू भण्डारण शुल्क निर्धारित करने के लिए की बैठक

डीएचओ को जिले में निर्धारित दर पर ही आलू भण्डारित सुनिश्चित कराने के दिए निर्देश

हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़, 05 मार्च 2025: जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में बुधवार को आलू भण्डारण शुल्क निर्धारण को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में आलू उत्पादकों, शीतगृह स्वामियों, किसानों तथा कोल्ड स्टोरेज अधिकारियों ने भाग लिया। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य किसानों को राहत प्रदान करना और उचित भण्डारण शुल्क तय करना था।

किसानों की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना गया

बैठक के दौरान किसान संगठनों के पदाधिकारियों ने अपनी समस्याओं को जिलाधिकारी के समक्ष रखा। किसान नेताओं चौधरी हरपाल सिंह, राजपाल शर्मा, प्रमोद कुमार वर्मा, राधाकृष्ण, मनवीर तौमर, चौधरी नवाब सिंह, वीरेन्द्र कुमार सिंह, भूपेन्द्र सिंह, संतोष कुमार चौधरी और अरविन्द चौधरी ने बताया कि इस वर्ष उत्पादन में गिरावट आई है, लागत बढ़ गई है, और असमय बारिश व ओलावृष्टि के कारण किसानों को नुकसान झेलना पड़ा है। उन्होंने मांग की कि किसानों के हित में आलू भण्डारण शुल्क में कोई वृद्धि न की जाए।

कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन की मांग

महंगाई के साथ-साथ कोल्ड स्टोरेज के रखरखाव और संचालन का खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे स्टोरेज संचालकों की मुश्किलें बढ़ रही हैं। कोल्ड स्टोरेज के मालिक मुकेश तोमर ने सरकार से भंडारण शुल्क बढ़ाने की मांग की है।

मुकेश तोमर का कहना है कि हर साल बिजली, मेंटेनेंस और कर्मचारियों के वेतन में इजाफा हो रहा है, जिससे कोल्ड स्टोरेज संचालित करना महंगा होता जा रहा है। लेकिन भंडारण शुल्क में कोई बड़ा बदलाव नहीं होने के कारण संचालकों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

वहीं, अलीगढ़ कोल्ड स्टोरेज ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष गिर्राज गोदानी ने बताया कि विगत दो वर्षों से भण्डारण शुल्क में कोई वृद्धि नहीं की गई है, जबकि लेबर चार्ज, अमोनिया गैस, लाइसेंस फीस, शुगर फ्री फॉगिंग रसायन, मेंटीनेंस आदि के खर्चों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने इस वर्ष भण्डारण शुल्क बढ़ाने की मांग रखी।

डीएम का फैसला – किसानों को राहत

जिलाधिकारी संजीव रंजन ने सभी पक्षों को सुनने के बाद किसानों के हित में निर्णय लिया कि इस वर्ष भी आलू भण्डारण शुल्क में कोई वृद्धि नहीं की जाएगी। इस निर्णय से किसानों को बड़ी राहत मिली और उन्होंने इस फैसले का करतल ध्वनि से स्वागत किया। डीएम ने कहा कि जिले में पिछले वर्ष की दरें ही प्रभावी रहेंगी।

आलू भण्डारण शुल्क दरें

  • सादा आलू: 250 रूपये प्रति क्विंटल
  • शुगर फ्री आलू: 285 रूपये प्रति क्विंटल

जिलाधिकारी ने जिला उद्यान अधिकारी (डीएचओ) को निर्देशित किया कि वे सुनिश्चित करें कि जिले में निर्धारित दर से अधिक भण्डारण शुल्क न लिया जाए।

बैठक में उपस्थित अधिकारी

इस बैठक में मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) प्रखर कुमार सिंह, एडीए प्रशासन पंकज कुमार, उप निदेशक उद्यान दलजीत सिंह, डीएचओ शिवानी तौमर, उप निदेशक कृषि यशराज सिंह, जिला कृषि अधिकारी धर्मेन्द्र कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

जिले में इस फैसले से किसानों को बड़ी राहत मिली है और यह सुनिश्चित किया गया है कि आलू भण्डारण शुल्क यथावत रहेगा, जिससे छोटे एवं मध्यम वर्ग के किसान लाभान्वित हो सकें।

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