योजना के तहत 09 पुरुष एवं 26 महिला गौपालकों का हुआ चयन
02 उन्नत नस्ल की स्वदेशी गाय की इकाई स्थापना के लिए 80 हजार रुपये तक का अनुदान
हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़, 06 मार्च 2025: जिलाधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को नन्द बाबा दुग्ध मिशन के अन्तर्गत मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ संवर्धन योजना में डिस्ट्रिक्ट एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में योजना के लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया संपन्न की गई।
योजना के तहत 35 पुरुष आवेदकों के सापेक्ष 09 पुरुष गौपालक एवं 51 महिला आवेदकों में से 26 महिला गौपालकों का चयन लॉटरी के माध्यम से किया गया। यह योजना प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है, जिसका उद्देश्य किसानों एवं पशुपालकों की आय में वृद्धि करना और दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित करना है।
सरकार की पहल: दुग्ध उत्पादन एवं गौ संवर्धन को प्रोत्साहन
जिलाधिकारी संजीव रंजन ने बैठक में कहा कि सरकार न केवल किसानों की आय बढ़ाने के लिए कार्य कर रही है, बल्कि पशुपालकों को भी आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। इस योजना के अंतर्गत उन्नत नस्ल की स्वदेशी गायों का संवर्धन सुनिश्चित करने के लिए चयनित गौपालकों को सब्सिडी प्रदान की जाएगी।
सरकार राजस्थान और हरियाणा की साहीवाल, थारपारकर और गीर नस्ल की गायों के पालन को बढ़ावा दे रही है। इन नस्लों की गायें उच्च गुणवत्ता का दूध देती हैं और स्थानीय जलवायु में बेहतर तरीके से अनुकूलित हो सकती हैं। योजना के तहत चयनित गौपालक स्वयं या पशुपालन विभाग के माध्यम से राजस्थान और हरियाणा से उन्नत नस्ल की गायों की खरीद कर सकेंगे।
योजना के अंतर्गत वित्तीय सहायता
इस योजना के तहत दो उन्नत नस्ल की स्वदेशी गायों की इकाई स्थापना के लिए 80 हजार रुपये तक का अनुदान दिया जाएगा। यह आर्थिक सहायता गौपालकों को उन्नत नस्ल की गायें खरीदने में सहायता प्रदान करेगी और उनके व्यवसाय को बढ़ाने में सहायक होगी।
गौपालकों को उचित मार्गदर्शन देने के निर्देश
जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी (सीवीओ) डॉ. दिवाकर त्रिपाठी को निर्देशित किया कि चयनित गौपालकों को स्थानीय जलवायु को ध्यान में रखते हुए साहीवाल और थारपारकर नस्ल की गायों को खरीदने के लिए प्रेरित किया जाए। ये नस्लें न केवल आकर्षक होती हैं, बल्कि दुग्ध उत्पादन में भी अधिक लाभदायक सिद्ध होती हैं।
इसके अतिरिक्त, डीएम ने पशुपालकों के लिए एक कार्यशाला आयोजित करने के निर्देश दिए, जिसमें उन्हें गायों की पोषण प्रणाली, देखभाल, और उचित रखरखाव की जानकारी दी जाएगी। इस कार्यशाला के माध्यम से गौपालक आधुनिक तकनीकों से परिचित होंगे और अपने व्यवसाय को अधिक प्रभावी ढंग से संचालित कर सकेंगे।
बैठक में उपस्थित अधिकारी
बैठक में डीडीओ आलोक आर्य, एडी इन्फॉर्मेशन संदीप कुमार, डीएसटीओ चंद्रभान चौधरी समेत अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे। सभी अधिकारियों ने योजना को सफलतापूर्वक लागू करने और लाभार्थियों तक सहायता पहुंचाने की दिशा में अपने सुझाव प्रस्तुत किए।
इस योजना के माध्यम से गौपालकों को आर्थिक लाभ मिलने के साथ ही दुग्ध उत्पादन में वृद्धि होगी, जिससे प्रदेश में दुग्ध उद्योग को मजबूती मिलेगी।