हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़, 7 मार्चः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जे.एन. मेडिकल कॉलेज के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की डॉ. तबस्सुम नवाब ने ‘अतीत का पुनरावलोकन, भविष्य की ओर दृष्टिः टुवर्ड्स इक्वैलिटी रिपोर्ट के पचास वर्ष’ विषय पर आयोजित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लिया। इस सम्मेलन का आयोजन सेंटर फॉर वीमेन डेवलपमेंट स्टडीज, दिल्ली द्वारा किया गया था।
यह सम्मेलन इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली में आयोजित किया गया और इसका उद्देश्य टुवर्ड्स इक्वैलिटी रिपोर्ट की 50वीं वर्षगांठ को चिह्नित करना था। यह रिपोर्ट स्वतंत्र भारत में महिलाओं की स्थिति का पहला व्यापक मूल्यांकन थी।
डॉ. नवाब ने ‘शारीरिक निष्क्रियता और धारित बाधाएँः एक लैंगिक दृष्टिकोण’ विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। यह प्रस्तुति ‘लैंगिक और जीर्ण स्वास्थ्य स्थितियाँ दृ-अंतर्विभागीय अनुभव’ उप-थीम के अंतर्गत थी। उन्होंने अपने अध्ययन में महिलाओं की शारीरिक गतिविधियों पर लैंगिक बाधाओं के गहरे प्रभाव को उजागर किया और इन चुनौतियों को दूर करने के लिए लैंगिक-संवेदनशील नीतियों की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने शारीरिक निष्क्रियता को मृत्यु का चैथा प्रमुख कारण और जीर्ण रोगों के लिए एक महत्वपूर्ण संशोधित जोखिम कारक बताते हुए सार्वजनिक स्वास्थ्य नीतियों में अधिक समावेशी दृष्टिकोण अपनाने का आह्वान किया।
कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की अध्यक्ष प्रो. सायरा मेहनाज ने डॉ. नवाब को उनकी प्रभावशाली प्रस्तुति के लिए बधाई दी।