हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़।
अलीगढ़ विकास प्राधिकरण (एडीए) के सचिव दीपाली भार्गव के फर्जी हस्ताक्षर से जारी एक पत्र के प्रकरण में नया मोड़ आ गया है। यह पत्र भाजपा महानगर अध्यक्ष इंजी. राजीव शर्मा को उनके खिलाफ शिकायत के संबंध में भेजा गया था। मामले में जब सत्यापन किया गया तो यह फर्जीवाड़ा सामने आया। थाना क्वार्सी पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला?
फर्जी पत्र में लिखा गया था कि भाजपा महानगर अध्यक्ष के खिलाफ शिकायत प्राप्त हुई है और इस संबंध में उन्हें अपना पक्ष प्रस्तुत करना होगा। यह पत्र साधारण कागज पर भेजा गया था, जिसमें न तो एडीए का मोनोग्राम था और न ही कोई आधिकारिक प्रमाण।
ऐसे हुआ फर्जीवाड़े का खुलासा
भाजपा महानगर अध्यक्ष राजीव शर्मा ने जब यह पत्र प्राप्त किया तो उन्होंने तुरंत प्राधिकरण से संपर्क किया। वहां पता चला कि यह पत्र एडीए सचिव के नाम से जारी नहीं हुआ है। खुद एडीए सचिव दीपाली भार्गव ने बताया कि उन्होंने इस प्रकार का कोई पत्र जारी नहीं किया और उनके हस्ताक्षर भी फर्जी हैं।
फर्जीवाड़े के और भी तथ्य आए सामने
जांच में पाया गया कि जिस कंप्यूटर फॉन्ट में पत्र टाइप किया गया था, वह फॉन्ट एडीए में उपयोग में ही नहीं है। इससे यह स्पष्ट हुआ कि पत्र किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा तैयार किया गया है। यह घटना शरारती तत्वों की करतूत मानी जा रही है, जो भाजपा नेता को बदनाम करने के उद्देश्य से की गई हो सकती है।
पुलिस ने किया मामला दर्ज
थाना क्वार्सी पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी और जालसाजी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि पत्र तैयार करने और भेजने के पीछे किसका हाथ है।
भाजपा नेता की प्रतिक्रिया
इंजी. राजीव शर्मा ने कहा कि यह घटना उनके खिलाफ सोची-समझी साजिश का हिस्सा है। उन्होंने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
जांच जारी
पुलिस के मुताबिक, इस मामले में जल्द ही दोषियों का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। घटना के पीछे किसी राजनीतिक या व्यक्तिगत द्वेष की संभावना को भी नजरअंदाज नहीं किया जा रहा है।
रिपोर्ट: हिन्दुस्तान मिरर