सुनीता यादव ने निष्कासन की मांग को लेकर दिया धरना
हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़: समाजवादी पार्टी की महिला सभा की जिलाध्यक्ष सुनीता यादव के साथ दुर्व्यवहार का मामला सामने आने के बाद पार्टी में महौल गर्मा गया है। यह घटना सैफई में एक कार्यक्रम के दौरान हुई, जहां सपा नेता रत्नाकर पांडेय पर महिला नेत्री के साथ अभद्रता करने और उन्हें जूते से पीटने की कोशिश करने का आरोप लगा है।
कार्यक्रम के दौरान किसी बात पर बहस शुरू हो गई, जो इतनी बढ़ गई कि रत्नाकर पांडेय ने सुनीता यादव के साथ दुर्व्यवहार किया। इसके बाद, सुनीता यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया में जूता उठाकर रत्नाकर पांडेय का विरोध किया और जूते लेकर दौड़ा लिया।
घटना के विरोध में सुनीता यादव ने अलीगढ़ के क्वार्सी स्थित समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर धरना दिया। सुनीता यादव का कहना है, “रत्नाकर पांडेय का व्यवहार केवल मेरे साथ नहीं, बल्कि सभी महिला कार्यकर्ताओं के लिए अपमानजनक है। जब तक उन्हें पार्टी से निष्कासित नहीं किया जाएगा, मैं धरने से नहीं हटूंगी।”
सुनीता यादव ने आरोप लगाया कि रत्नाकर पांडेय पार्टी के वरिष्ठ नेता और अतरौली के पूर्व विधायक वीरेश यादव के करीबी हैं। उन्होंने कहा, “पार्टी में महिला कार्यकर्ताओं का सम्मान सबसे पहले होना चाहिए। ऐसे व्यवहार को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।” मैं अपना पूरा परिवार छोड़कर , दिन रात पार्टी में मेहनत करती हूँ।
पार्टी की छवि पर असर
यह घटना समाजवादी पार्टी की छवि पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है, खासकर जब पार्टी महिला सशक्तिकरण का दावा करती है। आगामी चुनावों के मद्देनजर, इस विवाद का राजनीतिक प्रभाव भी देखा जा सकता है।
आगे की कार्रवाई पर नजर
फिलहाल, सुनीता यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि जब तक रत्नाकर पांडेय को पार्टी से निष्कासित नहीं किया जाएगा, वह अपना विरोध जारी रखेंगी। अब देखना यह है कि पार्टी इस विवाद को कैसे संभालती है और सुनीता यादव की मांगों पर क्या कदम उठाए जाते हैं।