हिन्दुस्तान मिरर अलीगढ़ 13 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के फारसी शोध संस्थान द्वारा 19-20 फरवरी, 2025 को ‘फारसी भाषा, साहित्य और भारत की समग्र संस्कृति में महिलाओं के योगदान’ पर दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। संगोष्ठी का उद्देश्य विशेष रूप से भारतीय उपमहाद्वीप में फारसी साहित्यिक और सांस्कृतिक परंपराओं को आकार देने में महिलाओं द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका का पता लगाना और उसे उजागर करना है। संगोष्ठी का उद्घाटन सत्र 19 फरवरी, 2025 को प्रातः 11.15 बजे कला संकाय लाउंज में होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता एएमयू की कुलपति प्रो. नईमा खातून करेंगी, जबकि सेमिनार का उद्घाटन ईरानी संसद के पूर्व अध्यक्ष डॉ. हद्दाद आदिल करेंगे। मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय, हैदराबाद के कुलपति प्रो. ऐनुल हसन इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे और ईरान कल्चर हाउस, नई दिल्ली के सांस्कृतिक परामर्शदाता मानद अतिथि होंगे।
संस्थान के निदेशक प्रो. मोहम्मद उस्मान गनी ने बताया कि इस शैक्षणिक कार्यक्रम में दुनिया भर के प्रतिष्ठित विद्वान, शोधकर्ता और साहित्यिक विशेषज्ञ फारसी साहित्यिक इतिहास में महिलाओं के योगदान और भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर उनके प्रभाव पर चर्चा करने के लिए एक साथ जमा होंगे।
उन्होंने कहा कि इच्छुक प्रतिभागी अधिक जानकारी के लिए फारसी शोध संस्थान से संपर्क कर सकते हैं।