हिन्दुस्तान मिरर :सहारनपुर, 30 जनवरी। भूमाफिया गिरोह द्वारा दस्तावेजों में कूटरचना कर संपत्ति को बेचने की निष्पक्ष जांच कराने तथा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग पीड़िता ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है। पीड़िता फरीदा बेगम, जो पूर्व एमएलसी मौ. इकबाल की पत्नी हैं, ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है।
भूमाफियाओं की साजिश और फर्जी मुकदमे
फरीदा बेगम ने आरोप लगाया है कि तीन वर्ष पूर्व उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराकर भूमाफिया गिरोह ने उन्हें जेल भिजवा दिया था। इसका उद्देश्य उनकी संपत्तियों को कूटरचित दस्तावेजों के जरिए हड़पना था। हाल ही में डीआईजी सहारनपुर ने इस गैंग में संलिप्त तत्कालीन इंस्पेक्टर नरेश कुमार को बर्खास्त किया है, लेकिन अन्य अपराधियों के खिलाफ अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
जमीनों की हो रही अवैध बिक्री
फरीदा बेगम का आरोप है कि भूमाफिया लगातार उनकी जमीनों को फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बेच रहे हैं, लेकिन किसी भी स्तर पर उनकी शिकायत की सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने बताया कि अब उनके मोरयॉ फार्म को बेचने की साजिश रची जा रही है। इसके अलावा, अन्य संपत्तियों को भी तहसील के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर बेचा जा रहा है।
जांच एजेंसियों की नजर में मामला
फरीदा बेगम ने बताया कि इलाहाबाद में एनसीएलटी, नई दिल्ली में उनकी संपत्तियों से जुड़ा मामला लंबित है। साथ ही, सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग भी इस पूरे प्रकरण की जांच कर रहे हैं। बावजूद इसके, उनकी जमीनों को लगातार खुर्दबुर्द किया जा रहा है, जिससे उन्हें भारी नुकसान हो रहा है।
निष्पक्ष जांच की मांग
फरीदा बेगम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है कि इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच करवाई जाए और भूमाफिया गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि उनकी संपत्तियों को बचाया जा सके। उन्होंने प्रशासन से भी अपील की है कि इस मामले में त्वरित कार्रवाई कर उन्हें न्याय दिलाया जाए।
सरकार और प्रशासन इस मामले पर क्या रुख अपनाते हैं, यह देखने योग्य होगा।