हिन्दुस्तान मिरर : सहारनपुर। भू-माफियाओं ने जिले के बेहट तहसील के अंतर्गत एक बड़े घोटाले को अंजाम देते हुए वहीद एजुकेशनल ट्रस्ट की करोड़ों की जमीन को बेच दिया है। चौंकाने वाली बात यह है कि यह जमीन पहले से ही ईडी, सीबीआई और पुलिस विभाग द्वारा अटैच है। इस प्रकरण ने जिला प्रशासन और तहसील स्तर के अधिकारियों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
ट्रस्ट की ट्रस्टी फरीदा बेगम ने इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, ईडी, सीबीआई, और सहारनपुर के प्रशासनिक अधिकारियों को पत्र लिखकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
अटैच जमीन की रजिस्ट्री कैसे हुई?
यह मामला तहसील के मिर्जापुर क्षेत्र में स्थित वहीद एजुकेशनल ट्रस्ट की जमीन से जुड़ा है। ट्रस्टी फरीदा बेगम के अनुसार, भू-माफियाओं ने साजिश के तहत इस जमीन के फर्जी दस्तावेज तैयार कर इसे बेच दिया। जबकि यह जमीन पहले से ही ईडी के लखनऊ जोनल ऑफिस द्वारा प्रोविजनल अटैच की गई है और मामला उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है।
इसके अलावा, इस जमीन के खसरा नंबर पुलिस ने एफआईआर 83/2022 के तहत कुर्क कर रखे हैं। खतौनी रिकॉर्ड में भी इसे तहसील अधिकारियों की अनुशंसा पर दर्ज किया गया है। इसके बावजूद जमीन की रजिस्ट्री कर दी गई।
ट्रस्टी का आरोप: पुलिस और माफियाओं का गठजोड़
फरीदा बेगम ने अपने पत्र में आरोप लगाया है कि उनके परिवार को पिछले तीन सालों से भू-माफियाओं और पुलिस के गठजोड़ ने फर्जी मुकदमों में फंसा रखा है। उनके परिवार के अधिकांश सदस्य जेल में हैं, जिससे पैरवी करने वाला कोई नहीं बचा है। इसी का फायदा उठाते हुए माफियाओं ने जमीन के दस्तावेजों में हेरफेर कर इसे बेच दिया।
संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ साजिश
ट्रस्टी का कहना है कि इस जमीन को बेचने में न केवल भू-माफियाओं की भूमिका है, बल्कि तहसील स्तर के अधिकारियों की मिलीभगत भी स्पष्ट है। उन्होंने खतौनी और रजिस्ट्री के ऑनलाइन रिकॉर्ड की प्रतियां अपनी शिकायत में संलग्न की हैं।
डीएम ने पहले ही दी थी चेतावनी
गौरतलब है कि सहारनपुर के डीएम मनीष बंसल ने हाल ही में भू-माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी। इसके बावजूद इस घटना ने जिला प्रशासन और तहसील स्तर की प्रणाली की खामियों को उजागर कर दिया है।
कार्रवाई की मांग
फरीदा बेगम ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, ईडी, सीबीआई, कमिश्नर, डीएम और एसएसपी से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने जमीन की रजिस्ट्री करने और कराने वालों पर कानूनी कार्रवाई की अपील की है।
रिपोर्ट : हिन्दुस्तान मिरर