हिन्दुस्तान मिरर: प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ 2025 में विश्वप्रसिद्ध कंपनी एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स ने सनातन धर्म की ओर अपने झुकाव का प्रदर्शन किया है। अपने 60 सदस्यीय दल के साथ वाराणसी पहुंचीं लॉरेन ने काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन किए और दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती में भाग लिया।
उनके आध्यात्मिक गुरु, निरंजनी अखाड़े के पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने उन्हें ‘कमला’ नाम और अपना गोत्र प्रदान किया है।
लॉरेन, अब ‘कमला’ के नाम से जानी जाएंगी, प्रयागराज में एक सप्ताह तक तपस्या करेंगी और मकर संक्रांति एवं मौनी अमावस्या के अवसर पर गंगा स्नान करेंगी।
यह उल्लेखनीय है कि स्टीव जॉब्स का भी सनातन धर्म से गहरा संबंध रहा है; वे 1970 के दशक में भारत आए थे और नैनीताल स्थित नीम करौली बाबा के आश्रम में समय बिताया था।
महाकुंभ 2025 में कमला की उपस्थिति से यह आयोजन और भी विशेष बन गया है, जहां वे भारतीय आध्यात्मिकता और संस्कृति को गहराई से समझने का प्रयास करेंगी।
महाकुंभ में उनकी भागीदारी ने वैश्विक ध्यान आकर्षित किया है, जिससे भारतीय संस्कृति और परंपराओं की महत्ता और बढ़ गई है।
उनकी इस आध्यात्मिक यात्रा के बारे में अधिक जानकारी के लिए, निम्नलिखित वीडियो देखें: