जिले में मत्स्य उत्पादन की असीम संभावनाएं – डीएम
हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़, 11 मार्च 2025: जिला अधिकारी संजीव रंजन की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY) के तहत लाभार्थियों के चयन के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में मत्स्य विभाग के अधिकारी एवं समिति के सदस्य उपस्थित रहे।
पारदर्शी प्रक्रिया से किया गया लाभार्थियों का चयन
बैठक में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत प्राप्त आवेदनों की समीक्षा की गई। पात्रता मानकों के आधार पर लाभार्थियों के चयन की प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने पर विशेष ध्यान दिया गया। चयन समिति ने शासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए पात्र लाभार्थियों को मंजूरी प्रदान की।
36 आवेदनों में से 28 स्वीकृत
सहायक निदेशक मत्स्य डॉ. प्रियंका आर्या ने बताया कि योजना के तहत 23 विभिन्न परियोजनाओं के लिए 36 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 27 आवेदन उपयुक्त पाए गए। अनुपयुक्त पाए गए 9 आवेदनों की समीक्षा के बाद समिति ने 1 और आवेदन को स्वीकृति प्रदान की, जिससे कुल 28 आवेदनों को मंजूरी मिल गई।
इन परियोजनाओं को मिली स्वीकृति:
- निजी भूमि पर नए तालाब निर्माण – 06
- मीठे जल में बायोफ्लॉक तालाब निर्माण – 14
- जिंदा मछली विक्रय केंद्र – 05
- कियोस्क निर्माण – 01
- इंसुलेटेड व्हीकल्स – 02
पिछले वर्ष के लाभार्थी के उत्तराधिकारी को भी मिली मंजूरी
समिति ने एक विशेष मामले में पिछले वर्ष चयनित लाभार्थी की मृत्यु के बाद उनके पुत्र द्वारा परियोजना पूर्ण कराने पर सहमति प्रदान की।
मत्स्य उत्पादन को लेकर जिलाधिकारी ने जताई नाराजगी
बैठक में मत्स्य उत्पादन की समीक्षा के दौरान अब तक हुए कार्यों पर असंतोष व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कहा कि जिले में मत्स्य संपदा क्षेत्र में असीम संभावनाएं हैं। यदि योजनाओं को मनोयोग से लागू किया जाए तो लाभार्थियों को अधिक से अधिक लाभ मिल सकता है और मत्स्य उत्पादन में आशातीत वृद्धि हो सकती है।
बैठक में उपस्थित अधिकारीगण
बैठक में सीडीओ प्रखर कुमार सिंह, पीडी भाल चंद त्रिपाठी, जिला कृषि अधिकारी धीरेन्द्र कुमार चौधरी समेत समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।