हिन्दुस्तान मिरर: 10 मार्च: अलीगढ़
रायबरेली पुलिस ने एक बड़े फर्जी वीजा गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह विदेश भेजने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से करोड़ों रुपये ठग चुका है। पुलिस और एसओजी की संयुक्त कार्रवाई में आरोपी को दबोच लिया गया, जबकि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।
500 से अधिक फर्जी वीजा जारी कर ठगी
शहर कोतवाली क्षेत्र के बरगद चौराहे से संचालित इस गिरोह ने अब तक 500 से अधिक फर्जी वीजा तैयार कर बेरोजगार युवाओं को ठगा था। गिरोह ने “इलाइट सर्विस” नाम से एक फर्जी कंपनी खोली थी, जिसमें विदेश जाने के इच्छुक लोगों को आकर्षित किया जाता था।
मुख्य आरोपी मुंबई से चला रहा था गिरोह
पुलिस जांच में सामने आया कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड नसीम मुंबई से पूरे रैकेट को चला रहा था। रायबरेली में उसके दो सहयोगी, विनय और रिजवान, इस धंधे को संभाल रहे थे। ये लोग बेरोजगार युवकों को आकर्षक विदेश नौकरी के नाम पर झांसा देकर उनसे बड़ी रकम वसूलते थे और बदले में फर्जी वीजा और दस्तावेज सौंपते थे।
गिरफ्तार आरोपी के पास से भारी मात्रा में दस्तावेज बरामद
पुलिस और एसओजी की टीम ने छापेमारी कर आरोपी के पास से 26 पासपोर्ट, फर्जी वीजा और अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। पुलिस का कहना है कि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है और जल्द ही पूरे रैकेट का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।
पुलिस कर रही विस्तृत जांच
इस मामले में पुलिस ने ठगी के शिकार लोगों से भी संपर्क किया है और अब तक कई पीड़ित सामने आ चुके हैं। एसपी रायबरेली ने बताया कि इस गिरोह की पहुंच कई राज्यों तक फैली हुई थी और यह गिरोह लंबे समय से इस अवैध धंधे में लिप्त था।
पीड़ितों से अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि यदि कोई इस गिरोह का शिकार हुआ है, तो वह आगे आकर अपनी शिकायत दर्ज कराए। साथ ही, लोगों को सतर्क रहने और विदेश जाने से पहले वीजा और दस्तावेजों की सही तरीके से जांच करवाने की सलाह दी गई है।
रायबरेली पुलिस की इस बड़ी कार्रवाई से फर्जी वीजा गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिससे कई निर्दोष युवाओं को ठगी का शिकार बनने से बचाया जा सकेगा।