हिन्दुस्तान मिरर :मथुरा-वृंदावन। संभल के जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने वृंदावन स्थित राधा केली कुंज के दरबार में संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की। इस दौरान महाराज ने डीएम को प्रशासनिक कर्तव्यों का पालन करते हुए धर्म और ईमानदारी के साथ कार्य करने का उपदेश दिया।
कर्तव्य का पालन और बिना डर के प्रशासनिक कार्य करें: प्रेमानंद महाराज
महाराज ने डॉ. पेंसिया से कहा कि भगवान की कृपा से ही सेवा का अवसर मिलता है और जब यह सेवा भागवत कृपा से मिली हो, तो इसका निर्वहन पूरी निष्ठा से करना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रशासनिक कर्तव्यों के पालन में न तो डरना चाहिए और न ही लालच से प्रभावित होना चाहिए।
प्रेमानंद महाराज ने कहा, “आपको जिलाधिकारी का पद मिला है, इसका मतलब है कि आपको देश की सेवा का बड़ा अवसर प्राप्त हुआ है। अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते हुए भगवान का स्मरण करते रहें और ईमानदारी से काम करें।”
अर्जुन का उदाहरण देते हुए संत ने दी मार्गदर्शन
महाराज ने डीएम को अर्जुन का उदाहरण देते हुए समझाया कि भगवान ने अर्जुन से धर्मयुद्ध में हिस्सा लेने के लिए कहा, क्योंकि यही उसका कर्तव्य था। उन्होंने डीएम से आग्रह किया कि वे अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए भगवान का नाम जपते रहें और इस सोच से देश की सेवा करें।
गीता पाठ और साधना में दृढ़ता
संभल के डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात के दौरान बताया कि वह प्रतिदिन गीता का पाठ करते हैं और पूजा में 1 घंटे से अधिक समय बिताते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे न तो चाय पीते हैं और न ही घर में लहसुन-प्याज का सेवन करते हैं।
संत प्रेमानंद महाराज ने इस पर कहा, “इसीलिए आप साधु-संतों की शरण में आए हैं और इसका महत्व समझते हैं।”
निष्कलंक सेवा की दिशा में कदम बढ़ाते हुए
यह मुलाकात प्रशासनिक कर्तव्यों के साथ-साथ आध्यात्मिक दिशा में भी मार्गदर्शन देने वाली रही। संत प्रेमानंद महाराज के उपदेशों से डीएम डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने अपने कर्तव्यों को और अधिक निष्ठा और ईमानदारी से निभाने का संकल्प लिया।
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