हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़:
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) को बम से उड़ाने की धमकी देने के मामले में पुलिस ने एक किशोर को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। गिरफ्तार किशोर 12वीं कक्षा का छात्र है और उसने बताया कि धमकी देने में इस्तेमाल हुई ईमेल आईडी और मोबाइल नंबर उसके नाम से जुड़े हैं। हालांकि, उसका दावा है कि उसने यह आईडी किसी को बेच दी थी।
स्विट्जरलैंड की प्रोटोन मेल का इस्तेमाल
पुलिस जांच में सामने आया कि धमकी देने के लिए स्विट्जरलैंड की प्रोटोन मेल सेवा का उपयोग किया गया था। इस मेल सेवा की गोपनीयता के कारण जानकारी हासिल करना चुनौतीपूर्ण था। धमकी देने के लिए जिस यूपीआई नंबर का उपयोग हुआ, वह भी आरोपी किशोर के नाम पर है।
नेपाल बॉर्डर के पास मिली लोकेशन
पुलिस ने तकनीकी जांच में पाया कि जिस डिवाइस से मेल भेजा गया था, उसकी लोकेशन नेपाल बॉर्डर के पास देवरिया जिले में थी। यह जानकारी सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण सुराग साबित हुई।
एटीएस की मदद से खुलासा
इस संवेदनशील मामले में अलीगढ़ पुलिस ने एटीएस की सहायता ली। एटीएस की टीम ने पुलिस लाइन में आरोपी किशोर से करीब 12 घंटे तक गहन पूछताछ की। पूछताछ में किशोर ने स्वीकार किया कि उसने यह आईडी कोटा में रहते हुए बनाई थी।
मामला दर्ज और आगे की कार्रवाई
अलीगढ़ के सिविल लाइन थाने में इस मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने फिलहाल किशोर को हिरासत में रखा है और जल्द ही उसे अलीगढ़ ले जाया जाएगा। मामले में सुरक्षा एजेंसियां अभी भी किशोर से गहराई से पूछताछ कर रही हैं।
सुरक्षा एजेंसियां सतर्क
एएमयू प्रशासन और स्थानीय पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं। धमकी के बाद विश्वविद्यालय परिसर और आसपास के इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां यह सुनिश्चित करने में जुटी हैं कि इस घटना के पीछे कोई बड़ी साजिश न हो।
(रिपोर्ट: हिन्दुस्तान मिरर, अलीगढ़)