हिन्दुस्तान मिरर- मेरठ: मेरठवासियों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार मेट्रो का ट्रायल रन शुरू हो गया। शुक्रवार को मेरठ साउथ से मेरठ सेंट्रल स्टेशन के बीच मेट्रो ट्रेन ने अपनी पहली यात्रा पूरी की। यह महत्वपूर्ण कदम शहर की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने और ट्रैफिक की समस्या को कम करने की दिशा में उठाया गया है।
परिवहन का नया अध्याय
मेरठ मेट्रो परियोजना को लंबे समय से लेकर चर्चाएं चल रही थीं, और आज यह सपना हकीकत में बदलता दिख रहा है। पहले चरण में मेट्रो मेरठ साउथ से मेरठ सेंट्रल स्टेशन तक चलेगी। यह रूट शहर के प्रमुख क्षेत्रों को जोड़ते हुए यात्रियों के सफर को आसान बनाएगा।
परियोजना की विशेषताएं
1. मेट्रो की रफ्तार: ट्रायल रन के दौरान मेट्रो की रफ्तार और तकनीकी दक्षता का परीक्षण किया गया।
2. सुविधाएं: मेट्रो स्टेशन आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं, जिसमें लिफ्ट, एस्केलेटर, और डिजिटल टिकटिंग शामिल हैं।
3. पर्यावरण अनुकूल: मेट्रो सेवा पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की गई है, जिससे प्रदूषण में कमी आएगी।
शहर की कनेक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा
मेरठ मेट्रो का मुख्य उद्देश्य शहर के अंदरूनी और बाहरी इलाकों को जोड़ना है। इससे न केवल समय की बचत होगी, बल्कि यात्रियों के लिए एक आरामदायक और सुरक्षित परिवहन का विकल्प भी मिलेगा।
जनता की प्रतिक्रियाएं
मेट्रो ट्रायल रन के दौरान स्थानीय निवासियों में उत्साह देखने को मिला। लोगों ने इसे शहर के विकास का नया चरण बताया।
आगे की योजना
मेरठ मेट्रो का ट्रायल रन सफल होने के बाद इसे आम जनता के लिए जल्द ही शुरू किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद शहर के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी तेजी आएगी।
मेरठ मेट्रो का यह ऐतिहासिक कदम न केवल शहरवासियों के लिए बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है। इससे मेरठ आधुनिकता की ओर एक बड़ा कदम बढ़ा रहा है।
रिपोर्ट: हिन्दुस्तान मिरर