कृषि क्षेत्र की साप्ताहिक समीक्षा हर सोमवार होगी: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, अधिकारियों से वार्ता करते हुए

हिन्दुस्तान मिरर :नई दिल्ली, 13 जनवरी 2025

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रालय की समीक्षा बैठक में महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि खेती-किसानी की स्थितियों में निरंतर परिवर्तन होता है, जिसके मद्देनजर हर सोमवार को कृषि क्षेत्र की साप्ताहिक समीक्षा की जाएगी। अगर किसी कारणवश सोमवार को समीक्षा नहीं हो सकेगी तो इसे एक-दो दिन आगे-पीछे किया जाएगा। श्री चौहान ने कहा कि किसानों की समस्याओं को दूर करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और अधिकारियों को इस दिशा में संवेदनशील रहने का निर्देश दिया।

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फसलों और किसानों पर रहेगा विशेष ध्यान

समीक्षा बैठक में श्री चौहान ने बताया कि साप्ताहिक समीक्षा के दौरान फसलों की स्थिति, रोगों की रोकथाम, पेस्टिसाइड्स की उपलब्धता और उनकी कीमतों की निगरानी की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों को उचित दाम पर कीटनाशक उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकारों को निर्देशित किया जाएगा। यदि किसी क्षेत्र में फसलों पर रोग का प्रकोप पाया जाता है, तो तत्काल टीम भेजने और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए जाएंगे।

मौसम और बाजार की स्थिति की निगरानी

कृषि मंत्री ने कहा कि मौसम की स्थिति और उसका फसलों पर पड़ने वाले प्रभाव की भी समीक्षा की जाएगी। फसल की गुणवत्ता, संभावित उत्पादन और किसानों को बेहतर मूल्य दिलाने के लिए आवश्यक उपाय किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि फसल बीमा योजना के लाभ का आकलन भी किया जाएगा, ताकि किसानों को समय पर राहत मिल सके।

सोयाबीन की रिकॉर्ड खरीदी

बैठक के दौरान श्री चौहान ने जानकारी दी कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर सोयाबीन की रिकॉर्ड 13 लाख 68 हजार 660 मीट्रिक टन से अधिक की खरीदी की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र और राजस्थान सरकारों की मांग पर सोयाबीन खरीद की अवधि बढ़ाई गई है। महाराष्ट्र में अब यह अवधि 31 जनवरी तक और राजस्थान में 4 फरवरी तक रहेगी। तेलंगाना में अतिरिक्त खरीदी की मांग को भी स्वीकार कर लिया गया है।

जल संरक्षण और भूमि सुधार पर विशेष ध्यान

श्री चौहान ने बताया कि भूमि संसाधन विभाग की ओर से 56 नई वाटर शेड परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिन पर 700 करोड़ रुपये से अधिक की राशि खर्च होगी। इन परियोजनाओं का उद्देश्य मिट्टी का कटाव रोकना, जल संरक्षण करना और भूजल स्तर में सुधार लाना है।

किसानों की समस्याओं का होगा त्वरित समाधान

कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों की तकलीफों को दूर करने के लिए मंत्रालय निरंतर सक्रिय है। हर सप्ताह विभागों की समीक्षा की जाएगी और किसानों के कल्याण के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।

रिपोर्ट- हिन्दुस्तान मिरर, नई -दिल्ली

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