एएमयू में यूजीसी मालवीय मिशन के तहत गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों के लिए दो अल्पकालिक पाठ्यक्रम संपन्न

हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़, 11 जनवरी:

अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के यूजीसी मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र (एमएमटीटीसी) ने गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों के व्यावसायिक विकास के लिए दो अल्पकालिक पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न किए। इन पाठ्यक्रमों का आयोजन विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के निर्देशानुसार किया गया, जिसमें प्रॉक्टर कार्यालय के सुरक्षा कर्मचारी और स्वास्थ्य कार्यालय के सफाई कर्मचारी शामिल थे।

प्रोफेसर एम. वसीम अली सम्बोधित करते हुए

प्रॉक्टर कार्यालय के सुरक्षा कर्मचारियों के लिए ‘वित्तीय साक्षरता’ विषय पर आयोजित पाठ्यक्रम में 50 सुरक्षा कर्मचारियों ने भाग लिया। इस पाठ्यक्रम के समन्वयक एएमयू के प्रॉक्टर, प्रो. एम. वसीम अली, ने बताया कि प्रतिभागियों को मनी मैनेजमेंट, सरकारी कल्याणकारी योजनाओं, ऑनलाइन बैंकिंग और साइबर सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने इन विषयों पर इंटरएक्टिव सत्र आयोजित किए।

समापन समारोह में एएमयू के वित्त अधिकारी प्रो. मोहम्मद मोहसिन खान ने प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। उन्होंने अपने संबोधन में पाठ्यक्रम के महत्व को रेखांकित करते हुए आयोजकों की सराहना की और कहा कि ऐसे कार्यक्रम कर्मचारियों की व्यावसायिक दक्षता और जागरूकता को बढ़ाने में सहायक हैं।

एएमयू के स्वास्थ्य कार्यालय के सफाई कर्मचारियों के लिए ‘परिसर प्रबंधन में स्थिरता प्रथाओं’ विषय पर एक सप्ताह का पाठ्यक्रम आयोजित किया गया। पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. अली जाफर आबदी ने बताया कि 51 सफाई कर्मचारियों ने इस पाठ्यक्रम में भाग लिया। ग्रीन कम्पोस्टिंग, परिसर जैव विविधता और जल संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विशेषज्ञों द्वारा व्याख्यान दिए गए।

डॉ. आबदी ने कहा कि परिसर की स्थिरता से जुड़े मुद्दे सीधे सफाई कर्मचारियों के कार्यक्षेत्र से संबंधित हैं और यह पाठ्यक्रम उनके ज्ञान को बढ़ाने के लिए बेहद प्रासंगिक था।

समापन सत्र में मुख्य अतिथि नगर निगम, अलीगढ़ के मुख्य अभियंता और एएमयू के पूर्व छात्र, इंजीनियर सुरेश चंद्र, ने प्रतिभागियों को संबोधित किया। उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग, जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता में कमी जैसी वैश्विक चुनौतियों पर चर्चा करते हुए कहा कि ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम मानवता के समक्ष आ रही इन चुनौतियों को कम करने में सहायक हो सकते हैं।

समापन समारोह में जिला मलेरिया अधिकारी राहुल कुलश्रेष्ठ, डिप्टी प्रॉक्टर प्रो. अली नवाज जैदी, और प्रो. अरमान रसूल फरीदी भी उपस्थित रहे। सभी ने पाठ्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आयोजकों और प्रतिभागियों को बधाई दी।

यूजीसी एमएमटीटीसी एएमयू की निदेशक डॉ. फायजा अब्बासी ने कहा कि यह कार्यक्रम अपने आप में अनूठा है और उच्च शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए भारत सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने इन पाठ्यक्रमों के सफल संचालन के लिए एएमयू की कुलपति प्रो. नईमा खातून का आभार व्यक्त किया।

एएमयू के इन अल्पकालिक पाठ्यक्रमों ने गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों को उनके कार्यक्षेत्र में अधिक दक्ष बनाने का प्रयास किया है। प्रतिभागियों ने इन कार्यक्रमों को अत्यंत लाभदायक और शिक्षाप्रद बताते हुए अपनी संतुष्टि व्यक्त की। विश्वविद्यालय की इस पहल को सभी स्तरों पर सराहना मिल रही है।

रिपोर्ट -हिन्दुस्तान मिरर

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