हिन्दुस्तान मिरर: नई दिल्ली | दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के 8 विधायकों ने शनिवार को इस्तीफा देकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) जॉइन कर ली। एक दिन पहले इन विधायकों ने AAP पर टिकट न मिलने और भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। यह घटनाक्रम 5 फरवरी को होने वाली वोटिंग से महज 4 दिन पहले हुआ, जिससे AAP के वोट बैंक पर असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
AAP ने BJP पर लगाए खरीद-फरोख्त के आरोप
AAP विधायक ऋतुराज झा ने BJP पर इन विधायकों को लालच देने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि उन्हें भी पार्टी छोड़ने का लालच दिया गया था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। झा ने कहा कि वह आखिरी दम तक AAP के साथ रहेंगे।
गौरतलब है कि AAP ने 21 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच 70 उम्मीदवारों की घोषणा की थी, जिसमें 26 विधायकों के टिकट काट दिए गए थे और 4 की सीट बदल दी गई थी। इसके बाद कई असंतुष्ट विधायकों में नाराजगी देखी गई थी, जिसका नतीजा अब सामने आया है।
BJP में शामिल हुए AAP विधायकों ने क्या कहा?
- नरेश यादव (महरौली) – “AAP अब भ्रष्टाचार के दलदल में फंस चुकी है। पार्टी ने भ्रष्टाचारियों को ही शामिल कर लिया है। दिल्ली की जनता इसे अच्छे से समझ रही है।”
- पवन शर्मा (आदर्श नगर) – “AAP जिस विचारधारा पर बनी थी, उससे पूरी तरह भटक गई है। पार्टी की दुर्दशा देखकर बहुत दुखी हूं।”
- भूपेंदर सिंह जून (बिजवासन) – “AAP की स्थापना कुछ नैतिक मूल्यों पर हुई थी, लेकिन अब इन्हें पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया है। पार्टी ने अपराधियों को टिकट देना शुरू कर दिया है।”
- मदनलाल (कस्तूरबा नगर) – “मुझे अब AAP पर कोई भरोसा नहीं रह गया है। इसीलिए मैं पार्टी छोड़ रहा हूं।”
- रोहित मेहरौलिया (त्रिलोकपुरी) – “AAP सिर्फ बाबासाहेब अंबेडकर की फोटो लगाती है लेकिन उनके विचारों का पालन नहीं करती। मैं ऐसे दिखावटी और मौकापरस्त लोगों के साथ नहीं रह सकता।”
- राजेश ऋषि (जनकपुरी) – “AAP कभी पारदर्शिता और जवाबदेही की बात करती थी, लेकिन अब यह भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद का अड्डा बन चुकी है।”
- भावना गौड़ (पालम) – “मेरा पार्टी से विश्वास पूरी तरह खत्म हो गया है। इसलिए मैं प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रही हूं।”
- गिरीश सोनी – “AAP अपने मूल सिद्धांतों से पूरी तरह भटक चुकी है। इसकी दिशा अब उन लक्ष्यों और मूल्यों की ओर नहीं है, जिनके लिए हमने इसे खड़ा किया था।”
चुनाव से पहले AAP के लिए मुश्किलें बढ़ीं
दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होगी और 8 फरवरी को नतीजे आएंगे। ऐसे में पार्टी के 8 विधायकों का BJP में शामिल होना AAP के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस घटनाक्रम का चुनावी नतीजों पर क्या असर पड़ता है।