हिन्दुस्तान मिरर | 24 जनवरी 2025 वक्फ पर बनी संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की बैठक में बुधवार को भारी हंगामे के चलते विपक्ष के 10 सांसदों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया। इन सांसदों में एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी समेत अन्य नेता शामिल हैं।
टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने आरोप लगाया कि विपक्षी सांसदों को बैठक में बोलने की अनुमति नहीं दी गई, जिसके चलते विवाद बढ़ा। इस दौरान माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि बैठक में मार्शल को बुलाने की नौबत आ गई।
हंगामे के बाद सख्त कार्रवाई करते हुए जेपीसी अध्यक्ष ने इन सांसदों की सदस्यता एक दिन के लिए निलंबित कर दी। विपक्षी दलों ने इस फैसले की आलोचना की है और इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ बताया है।
घटना के बाद टीएमसी, एआईएमआईएम समेत अन्य विपक्षी दलों ने जेपीसी के इस कदम पर सवाल उठाए और इसे असहमति की आवाज को दबाने की कोशिश करार दिया। दूसरी ओर, सरकार ने इस कार्रवाई को अनुशासन बनाए रखने की दिशा में जरूरी कदम बताया है।
बैठक में वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन और उपयोग को लेकर चर्चा होनी थी, लेकिन विवाद के चलते यह पूरी तरह बाधित हो गई। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इस घटनाक्रम का संसद और जेपीसी की कार्यवाही पर क्या प्रभाव पड़ता है।