दिल्ली के स्कूलों में 28 दिसंबर 2024 को Mega Parent-Teacher Meeting (PTM) का सफल आयोजन हुआ। यह कार्यक्रम दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय द्वारा आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य अभिभावकों और शिक्षकों के बीच बेहतर संवाद स्थापित करना और छात्रों के शैक्षिक प्रदर्शन में सुधार करना था।
इस मेगा पीटीएम में बड़ी संख्या में अभिभावकों ने भाग लिया और शिक्षकों से अपने बच्चों की प्रगति और शिक्षा से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। कार्यक्रम में छात्रों की विशेष उपलब्धियों को प्रदर्शित किया गया और अभिभावकों को नई शैक्षिक नीतियों और स्कूल में चल रहे कार्यक्रमों की जानकारी दी गई।
राजकीय उच्चतर माध्यमिक बाल विद्यालय, दयालपुर के यशस्वी प्रधानाचार्य श्री हरिराज सिंह जी ने इस Mega PTM पर अपने महत्वपूर्ण विचार व्यक्त करते हुए सभी अभिभावकों से अनुरोध किया कि वे नियमित रूप से अपने बच्चों की प्रगति पर ध्यान दें और विद्यालय के साथ समन्वय बनाकर चलें। बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करें क्योंकि यह उनकी शैक्षिक सफलता का आधार है। उन्होंने यह भी ख़ास तौर पर नोटिस करवाया कि सही संपर्क विवरण प्रदान करना अत्यंत महत्वपूर्ण है ताकि आवश्यक जानकारी समय पर आप तक पहुँच सके।
शीतकालीन अवकाश के बारे में प्रधानाचार्य जी ने ‘अध्यापकों—विद्यार्थियों—अभिभावकों’ को एक सहज-त्रयी के रूप में समन्वित होने का आग्रह किया ताकि कहीं से भी कोई ऐसी जगह न छूटे जिससे बच्चों के अभिगम पर कोई असर पड़े।
उन्होंने इसके लिए एक विशेष रणनीति संचालित करने का निर्देश दिया। इस रणनीति के तहत सभी कक्षाओं के ऐसे विद्यार्थियों को चिह्नित किया जाना है जिनके साथ अधिक सहयोगात्मक रवैया अपनाते हुए उन्हें शिक्षा समावेशी बनाया जा सके।
उन्होंने इस Mega PTM की सफलता के लिए बिंदुवार लक्ष्य भी निर्देशित किए जो इस प्रकार हैं—
1. छात्रों की प्रगति
• मध्यकालीन परीक्षा और प्री-बोर्ड परीक्षा के परिणामों का विश्लेषण।
• छात्रों के प्रदर्शन में सुधार के लिए आवश्यक सुझाव।
2. छात्रों की उपस्थिति
• कक्षाओं में उपस्थिति की समीक्षा।
• नियमित उपस्थिति के महत्व पर चर्चा।
3. संपर्क विवरण की सटीकता
• सभी अभिभावकों से सही फोन नंबर और पते की पुष्टि करने का अनुरोध।
4. अवकाश के लिए पूर्व अनुमति
• अभिभावकों को सूचित किया जाता है कि किसी भी अवकाश के लिए स्कूल से पूर्व अनुमति आवश्यक है।
5. नो डिटेंशन पॉलिसी (एनडीपी)
• कक्षा 8 तक के छात्रों पर लागू इस नीति की जानकारी।
6. सुधार कक्षाएँ (शीतकालीन अवकाश में)
• दिनांक: 1 जनवरी से 10 जनवरी 2025।
• छात्रों के कमजोर विषयों में सुधार के लिए इन कक्षाओं का आयोजन।
7. अनिवार्य सुधार कक्षाएँ (कक्षा 9-12)
• परीक्षा की तैयारी के लिए अनिवार्य रूप से इन कक्षाओं में उपस्थित होना।
8. एनओसी प्रारूप और अतिरिक्त कक्षाएँ
• कक्षा 10 और 12 के कमजोर प्रदर्शन करने वाले छात्रों के लिए विशेष कक्षाएँ।
इन बिंदुओं के आलोक में श्री हरिराज सिंह जी ने अभिभावकों से कहा कि इस अवकाश काल में ‘सुधार कक्षाओं’ का लाभ उठाने के लिए बच्चों को प्रेरित करें। कक्षा 10 और 12 के छात्रों के लिए अतिरिक्त कक्षाओं का अनिवार्य रूप से पालन करें। उनका मानना है कि विद्यालय और अभिभावकों के संयुक्त प्रयास ही बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की नींव रख सकते हैं।
साथ ही, उन्होंने आगामी परीक्षाओं में सफलता के लिए बच्चों को आशीर्वचनों से प्रेरित और संयुक्त किया।