हिन्दुस्तान मिरर: अलीगढ़, 15 फरवरीः अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के सांस्कृतिक शिक्षा केंद्र (सीईसी) के अंतर्गत विश्वविद्यालय वाद-विवाद और साहित्यिक क्लब (यूडीएलसी) द्वारा केनेडी ऑडिटोरियम में एक अंतर-विश्वविद्यालयीय वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। वाद-विवाद का विषय थाः ‘‘यह सदन मानता है कि भारत में मीडिया संवैधानिक आदर्शों को बनाए रखने में सहायक है।‘ अंग्रेजी श्रेणी में, अनिरुद्ध सारस्वत ने पहला स्थान हासिल किया, जबकि मोहम्मद हाशिर और अरिशा मलिक को दूसरा स्थान मिला। बसरा हसन रिजवी और कायम हुसैन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि यानिस इकबाल को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। हिंदी श्रेणी में, फलक नाज को सर्वश्रेष्ठ वक्ता का पुरस्कार मिला। कुल 40 प्रतिभागियों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। यूडीएलसी की अध्यक्ष प्रो. नाजिया हसन ने प्रतिभागियों के प्रयासों की सराहना की, जबकि यूडीएलसी के सचिव मोहम्मद शम्स उद्दोहा खान ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन खदीजा ने किया। इसके अलावा, ‘‘जनमत निर्माण में मीडिया की भूमिका‘‘ विषय पर निबंध लेखन प्रतियोगिता भी आयोजित की गई। अंग्रेजी श्रेणी में, अनिरुद्ध सरस्वत ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि अलीना जेबा खान दूसरे स्थान पर रहीं। मैशा अल्वी और हुमा सिद्दीकी ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त किया। हिंदी श्रेणी में, फलक रजा को पहला, प्रिया उपाध्याय को दूसरा, और शाजली शफक़ रहमान को तीसरा स्थान मिला। इस प्रतियोगिता में लगभग 75 छात्रों ने भाग लिया। प्रो. मोहम्मद नवेद खान, समन्वयक, सांस्कृतिक शिक्षा केंद्र, एएमयू, ने विजेताओं को बधाई दी और छात्रों को क्लब द्वारा आयोजित साहित्यिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए प्रेरित किया।